बैल को बचाने अलसीगढ़ बांध की टनल में उतरा युवक डूबा

उदयपुर (हि.स.)। अलसीगढ़ बांध की टनल में बीती

रात बैल को बचाने उतरे एक युवक की पानी में डूबने से मौत हो गई। बैल गिरने के बाद उसे बचाने के लिए दो भाई टनल में उतरे थे। उसमें

से एक भाई गहरे पानी में चला गया।

आधी

रात करीब एक बजे नागरिक सुरक्षा विभाग की टीम ने रेस्क्यू कर रमेश मीणा (42)

पिता मंगल मीणा का शव बाहर निकाला। रमेश उदयपुर के नाई के आड़ गांव का

रहने वाला था। बैल गुम हुआ तो रमेश भाई राजू के साथ शाम चार बजे टनल के पास

पहुंचा था।। जहां बैल गिरा दिखा। वहां करीब पांच फीट पानी था। वे बैल को

निकालने उतरे तो रमेश आगे बढ़ता गया। दोनों भाई 300 मीटर तक अंदर चले गए।

जहां पानी आठ फीट था। राजू

ने भाई रमेश को घर लौटने को कहा लेकिन रमेश बैल को ढूंढने में जुटा रहा। इस

बीच, राजू ग्रामीणों को लेकर टनल पर पहुंचा, लेकिन भाई नहीं मिला। इसके

बाद ग्रामीणों ने भी उसे तलाशा, लेकिन कुछ पता नहीं लगने पर पुलिस को सूचना

दी गई।

इससे

पहले रमेश के टनल में फंसे होने की सूचना मिलने के बाद शाम सात बजे नाई थाना

पुलिस मौके पर पहुंची। सिविल डिफेंस टीम को भी सूचना दी गई। रेस्क्यू टीम

रात नाै बजे मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। रमेश तो नहीं

मिला, लेकिन बैल को बाहर निकाल लिया गया। तीन से चार प्रयासों के बाद भी जब

रमेश नहीं मिला तो एक घंटे के लिए बचाव कार्य रोक दिया गया। रात

12 बजे टीम फिर से रेस्क्यू में जुटी। करीब 400 मीटर आगे 10 फीट पानी के

बीच रमेश का शव दलदल में फंसा मिला। मौके पर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा,

थानाधिकारी नरपत सिंह व सैकड़ों ग्रामीण पहुंचे। 32 फीट भराव क्षमता वाले

अलसीगढ़ बांध से इस 2.5 किमी लंबी टनल से सीसारमा नदी में पानी लाया जाता

हैं। फिर सीसारमा से पिछोला झील में पानी भेजा जाता है।

हिन्दुस्थान समाचार / रोहित / ईश्वर

   

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