एबीजीआरएफ ने पहलगाम में हिंदुओं की लक्षित हत्या की कड़ी निंदा की, कहा कि भारत धार्मिक रूप से प्रेरित हिंसा के किसी भी रूप को बर्दाश्त नहीं करेगा

जम्मू, 23 अप्रैल (हि.स.)। अखिल भारतीय गौशाला अनुसंधान फाउंडेशन ने पहलगाम में हिंदुओं की लक्षित हत्याओं की कड़ी निंदा की है और इस जघन्य कृत्य को सांप्रदायिक सद्भाव को बाधित करने और जम्मू-कश्मीर में हिंदू समुदाय के बीच भय पैदा करने का जानबूझकर किया गया प्रयास बताया है। जारी एक संयुक्त बयान में फाउंडेशन के संयोजक एडवोकेट पी.एस. चंदेल और राज्य अध्यक्ष डॉ. विकास भारद्वाज ने हत्याओं को धार्मिक घृणा में निहित एक क्रूर नरसंहार और इस क्षेत्र में हिंदुओं के सामने अभी भी मौजूद खतरों की एक खतरनाक याद दिलाते हुए कहा।

एडवोकेट पी.एस. चंदेल ने कहा ये लक्षित हत्याएं केवल हिंसा की घटनाएं नहीं हैं बल्कि अपने विश्वास के आधार पर एक पूरे समुदाय को खत्म करने का एक व्यवस्थित अभियान है। उन्होंने कहा कि इस तरह के अत्याचार न केवल अमानवीय हैं बल्कि हमारे देश के लोकतांत्रिक मूल्यों और धर्मनिरपेक्ष भावना पर हमला हैं। डॉ. भारद्वाज ने कहा अब निर्णायक कार्रवाई का समय आ गया है। हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से अपील करते हैं कि वे तुरंत हस्तक्षेप करें और सुनिश्चित करें कि इन अपराधों के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान की जाए और उन्हें कानून की पूरी ताकत से दंडित किया जाए।

महासचिव गुरमीत सिंह ने भविष्य की घटनाओं को रोकने के लिए समन्वित खुफिया जानकारी, पूर्व-निवारक कार्रवाई और नागरिक सतर्कता का आह्वान किया। उन्होंने केंद्र सरकार से प्रभावित परिवारों और समुदायों को सुरक्षा और सहायता प्रदान करने का भी आग्रह किया। फाउंडेशन के सदस्यों ने देशव्यापी एकजुटता की आवश्यकता पर जोर दिया और एक दृढ़ संदेश दिया कि भारत किसी भी तरह की धार्मिक रूप से प्रेरित हिंसा को बर्दाश्त नहीं करेगा।

हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा

   

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