एसआईआर को लेकर फिर केंद्र पर बरसे अभिषेक, संसद भंग करने की मांग दोहराई

कोलकाता, 13 अगस्त (हि.स.) । तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने एक बार फिर लोकसभा भंग कर पूरे देश में मतदाता सूची का विशेष पुनरीक्षण (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन - एसआईआर) कराने की मांग उठाई है। उन्होंने बुधवार को सोशल मीडिया मंच एक्स पर चुनाव आयोग को टैग कर लिखा कि यदि मतदाता सूची में गड़बड़ी है, तो इस आधार पर चुने गए सांसदों का पद पर बने रहना नैतिक नहीं है।

अभिषेक ने कहा कि जिस मतदाता सूची के आधार पर 2024 का लोकसभा चुनाव हुआ, उसी सूची में अब गड़बड़ी सामने आ रही है। उनके मुताबिक, यदि कोई मतदाता फर्जी पाया जाता है, तो उसके द्वारा डाला गया वोट भी संदेह के घेरे में है। ऐसे में प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, रक्षा मंत्री समेत भाजपा के 240 सांसद ही नहीं, बल्कि तृणमूल, डीएमके, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के सांसदों को भी इस्तीफा दे देना चाहिए।

उन्होंने चुनाव आयोग से स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि एसआईआर करना ही है, तो इसे केवल बिहार या बंगाल जैसे चुनावी राज्यों तक सीमित न रखा जाए, बल्कि पूरे देश में कराया जाए। अभिषेक के अनुसार, इसके लिए सबसे पहले लोकसभा को भंग करना आवश्यक है।

अभिषेक ने अपनी पोस्ट में चुनाव आयोग को तीन चरणों की 'क्रोनोलॉजी' भी समझाई—

1. पहले संसद को भंग किया जाए।

2. इसके बाद पूरे देश में मतदाता सूची का विशेष पुनरीक्षण हो।

3. फिर नए चुनाव कराए जाएं और सभी दल जनता के सामने जाएं।

उन्होंने लिखा, “नैतिकता का तकाज़ा यही कहता है कि लोकसभा को तुरंत भंग किया जाए और एसआईआर पूरे देश में हो, न कि केवल चुनिंदा राज्यों में।”

हिन्दुस्थान समाचार / अनिता राय

   

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