मानव शरीर को राष्ट्र के सापेक्ष बनाने में 100 वर्षों से साधना कर रहा है संघ : अभय  

उपस्थित स्वयंसेवकशाखा संगम के दौरान  लगी शाखाओं का चित्र

सीतापुर, 9 फ़रवरी (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पिछले 100 वर्षों से व्यक्ति निर्माण का कार्य कर रहा है, और आगे भी करता रहेगा। 100 वर्षों की साधना में संघ व्यक्ति निर्माण के लिए आज आठ पहलुओं पर काम कर रहा है। भारत के अच्छे नागरिक होने के नाते हमें यह प्रतिदिन याद करना है कि मैं भारत के लिए हूं, भारत मेरे लिए नहीं। भारत मुझे क्या देगा बल्कि मैं भारत को क्या दूंगा ?संघ इस विचार भाव को लोगों में भरने का काम कर रहा है। यह बात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की नगर इकाई द्वारा आरएमपी इंटर कॉलेज मैदान में आयोजित 'शाखा संगम' में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्र धर्म जागरण प्रमुख अभय ने कहीं।

शाखा संगम संगम में आए स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा 1925 में नागपुर में संघ संस्थापक डॉक्टर हेडगेवार के घर से संघ की शुरुआत हुई थी, उनके मन में बचपन से ही देशभक्ति का भाव भरा था। उन्होंने एक प्रसंग का उदाहरण देते हुए कहा 1922 में डॉक्टर हेडगेवार महर्षि अरविंद से मिलने पहुंचे, अरविंद ने कहा कि आप जाइए, देश स्वतंत्र हो जाएगा उनको यह बात बुरी लगी, लेकिन डॉक्टर साहब ने अपने विचारों व संकल्प को नहीं त्यागा। 1926 में शाखा की शुरुआत हुई, तब से लेकर आज तक व्यक्ति के शरीर को राष्ट्र के सापेक्ष बनाना संघ का उद्देश्य रहा। साथ हीराष्ट्र के प्रति समाज का भाव जागृत रहे, उसके प्रति हमारे विचार राष्ट्रवादी रहे,इसके लिए बौद्धिक विभाग की रचना की गई, देश के लिए बुद्धि को समर्पित करने के लिए संघ गीत लिखे गए। उन्होंने स्वयंसेवकों को याद दिलाते हुए कहा संघ के गीत मनोरंजन के लिए नहीं है राष्ट्र के प्रति श्रद्धा भाव रहे इसके लिए गीत हैं ।

स्वयंसेवक राष्ट्र के लिए काम करें

उन्होंने कहा कि संघ 100 वें वर्ष में प्रवेश कर गया है हमारा विचार भारत के कोने-कोने तक पहुंचे, आज भी यही उद्देश्य है कि सभी देवी देवताओं में भारत माता की भी पूजा होनी चाहिए। उन्होंने स्वयंसेवकों से कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ रोजी-रोटी देगा, यह भ्रम नहीं पालना चाहिए। देश के लिए जीने व मरने के लिए संघ व्यक्ति निर्माण करता है, संघ का मानना है कि स्वयंसेवक देश के अच्छे नागरिक बने, रोगी, निराश्रित की मदद करें, मार्ग में आने वाले लोगों की मदद करें, हमें अच्छा नागरिक बनने का भाव भरना है।

नगर की 32 शाखाओं का हुआ 'शाखा संगम'

शाखा संगम में सीतापुर नगर की प्रभात कालीन 19 सांयकालीन 6 शाखाएं तथा 7 मिलन मंडली सहित कुल 32 ब्लाकों में ध्वज लगाकर अलग-अलग कार्यक्रम सम्पन्न हुए।

इस अवसर पर सभी शाखाओं के मूल्यांकन के क्रम में दयानंद शाखा को प्रथम स्थान के रूप में डॉक्टर हेडगेवार एवं गुरु जी का चित्र, दूसरे स्थान पर प्रताप शाखा को ध्वज पोल तथा तीसरे स्थान पर रही शिवाजी शाखा को संघ विचार से जुड़ी हुई पुस्तकें पुरस्कार के रूप में प्रदान की गई।

शाखा संगम में प्रांत के धर्म जागरण प्रमुख अरविंद, जिला संघ चालक उमाकांत, सह जिला संघ चालक राकेश सेठ, नगर संघ चालक विनय अग्रवाल, नगर कार्यवाह विनीत, जिला प्रचारक आकाश, नगर प्रचारक मनोज मौजूद रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / Mahesh Sharma

   

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