एनएचएआई द्वारा की जा रही लापरवाही के खिलाफ होगी कार्रवाई : जिलाधिकारी

कानपुर, 08 फरवरी (हि.स.)। नौबस्ता चौराहा से हमीरपुर तक लगभग 60 किलोमीटर का रोड 2016 में टू लेन बनाया गया था, जो बढ़ते हुए ट्रैफिक के लिए पर्याप्त नहीं है। एनएचएआई अब फोर लेन का प्रपोजल तैयार कर रहा है लेकिन जो ब्लैक स्पॉट चिन्हित किये गए हैं उन पर पिछले एक साल से कोई भी काम नहीं हुआ है, बल्कि अभी भी चार महीने का समय मांगा जा रहा है। इसके लिए उनके विरुद्ध कार्रवाई के लिए अलग से प्रस्ताव भेजा जाएगा। यह बातें शनिवार को जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने कही।

हाईवे पर दुर्घटना, ट्रैफिक की समस्या को गंभीरता से लेते हुए शनिवार को जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) अधिकारियों के साथ बैठक करी। बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि इस विषय में एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी को पत्र लिखा जाएगा कि वे यहां की टीम को सुपरवाइज कर ले और चेयरमैन से लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई करने सिफारिश करने की बात भी कही है। दुर्घटना व जाम से निजात पाने के लिए एक पांच सदस्यीय समिति का गठन भी किया गया। जो प्रगति से संबंधित कार्य करने के साथ-साथ जिलाधिकारी को भी नियमित तौर पर अवगत कराएगी।

इस रूट में मोरंग और बालू से लदे ट्रक की ओवरलोडिंग रोकने हेतु खनन विभाग व ट्रांसपोर्ट विभाग व अन्य विभागों की जिम्मेदारी तय की जाएगी।

ओवरलोडिंग व ओवर स्पीडिंग वाहनों की वजह से जो भी दुर्घटनाएं होगी उसके जिम्मेदारी खनन विभाग व ट्रांसपोर्ट विभाग की होगी। ट्रांसपोर्ट विभाग ने जो फाइन लगाए हैं वह पर्याप्त नहीं है फाइन के लिए पुलिस विभाग भी सहयोग करेगा।

खनन परिवहन विभाग और लोकल पुलिस मिलकर ओवरलोडिंग की चेकिंग करें व उन पर भारी फाइन लगाते हुए मुकदमा भी दर्ज कराया जाए।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि लगभग 60 किलोमीटर की दूरी के बीच सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों की लाेकेशन मोबाईल नंबर इत्यादि हाइवे के प्रमुख स्थानों पर चस्पा किए जाएं।

हाईवे पर ई रिक्शा को नियंत्रित किया जाए। समुचित संख्या में पेट्रोलिंग व्हीकल लगाई जाए। नौबस्ता बाईपास से हमीरपुर के बीच 50 टन की क्षमता वाले हाइड्रा की तैनाती की जाए। डीसीपी ट्रैफिक और एनएचएआई के अधिकारी आपस में समन्वय स्थापित करें।

हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप

   

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