पिण्डरा उपजिलाधिकारी न्यायालय की कार्यप्रणाली पर अधिवक्ताओं का फूटा आक्रोश,किया प्रदर्शन

वाराणसी, 08 मई (हि.स.)। पिण्डरा तहसील में उपजिलाधिकारी एवं उपजिलाधिकारी (न्यायिक) की कार्यशैली को लेकर अधिवक्ताओं में जबरदस्त असंतोष व्याप्त है। गुरुवार को अधिवक्ताओं ने तहसील परिसर में प्रदर्शन कर दोनों अधिकारियों पर विधिक प्रक्रिया की अनदेखी कर मनमाने ढंग से पत्रावलियों के निस्तारण का आरोप लगाया।

प्रदर्शन के उपरांत अधिवक्ता संघ के प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए मांग की कि पिण्डरा के उपजिलाधिकारी व उपजिलाधिकारी (न्यायिक) को तत्काल प्रभाव से स्थानांतरित किया जाए।

बार संघ पदाधिकारियों के अनुसार, अनेक मामलों में बिना किसी पूर्व सूचना अथवा सुनवाई के आदेश पारित कर दिए जाते हैं, जिसकी जानकारी संबंधित अधिवक्ताओं को बहुत बाद में मिलती है। कई मामलों में तो निर्णयों की प्रतियाँ महीनों बाद उपलब्ध कराई जाती हैं, जिससे न्यायिक प्रक्रिया की पारदर्शिता एवं विश्वसनीयता पर प्रश्नचिन्ह खड़े हो गए हैं।

अधिवक्ताओं ने यह भी आरोप लगाया कि तहसील में प्रभाव और दबाव के आधार पर कार्य हो रहे हैं तथा अधिकारी पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर निर्णय ले रहे हैं। इसके अलावा कई पत्रावलियां वर्षों से लंबित पड़ी हैं या फिर न्यायालय में उपलब्ध ही नहीं हैं।

बार संघ ने बताया कि इस विषय को लेकर पूर्व में कई बार बैठकें कर विरोध दर्ज कराया गया, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन ही मिला, जिससे अधिवक्ता समुदाय में व्यापक असंतोष उत्पन्न हो गया है।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी

   

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