सत्रह वर्षों बाद उदयपुर में होगा राष्ट्रसंत जैनाचार्य पुलकसागर महाराज का चातुर्मास

उदयपुर, 29 मार्च (हि.स.)। वर्ष 2008 के बाद एक बार पुनः लेकसिटी उदयपुर को एक बड़ा संत सान्निध्य मिलने वाला है, राष्ट्रसंत जैनाचार्य पुलक सागर महाराज का वर्ष 2025 का भव्य चातुर्मास उदयपुर में होने जा रहा है।

अखिल भारतीय पुलक जन चेतना मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनोद फांदोत ने बताया कि 6 जुलाई को उदयपुर में मंगल प्रवेश होगा। आचार्यश्री ने 2008 में उदयपुर में चातुर्मास किया था, उसके बाद 2015 में हीरामन टावर में पंचकल्याणक प्रतिष्ठा में सान्निध्य प्राप्त हुआ था उसके 10 वर्षों बाद आचार्यश्री का सानिध्य पुनः उदयपुर को मिलने वाला है। सम्पूर्ण चातुर्मास सकल जैन समाज, दिगम्बर जैन मन्दिर, सर्वऋतुविलास एवं अखिल भारतीय पुलक जन चेतना मंच के तत्वावधान में होगा ।

विनोद फांदोत ने बताया कि 6 जुलाई को आचार्यश्री का ऐतिहासिक मंगल प्रवेश उदयपुर में होगा, 12 जुलाई को गुरु गुणगान महोत्सव के साथ 13 जुलाई को चातुर्मास की मंगल कलश स्थापना का आयोजन होगा। चातुर्मास श्रृंखला में पहला कार्यक्रम ज्ञान गंगा महोत्सव 27 जुलाई से 15 अगस्त तक होगा। ज्ञान गंगा महोत्सव के अंतर्गत 31 जुलाई को मोक्ष सप्तमी, 9 अगस्त को रक्षाबंधन एवं 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर विशेष आयोजन होंगे। आचार्यश्री के सान्निध्य में पर्वराज पर्यूषण महामहोत्सव 28 अगस्त से 6 सितंबर तक होगा। तपस्वियों का महापारणा 7 सितंबर को होगा, 14 सितंबर को सकल जैन समाज का क्षमावाणी पर्व का आयोजन होगा। पर्यूषण महापर्व के पश्चात आगामी दिनों में कई और भव्य कार्यक्रमों की श्रृंखला रहेगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुनीता

   

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