महाकुम्भ के पूर्व एक और महाकुम्भ के साक्षी बने कालिंदी के तट

-कालिंदी महोत्सव में यमुना नदी के श्री मौज गिरी घाट में आयोजित हुआ प्रकाश महाकुम्भ

-सवा लाख दीयों की रोशनी से जगमग हुए यमुना के घाट

-योगी सरकार में 1.2 करोड़ की लागत से कायाकल्प, श्री मौज़गिरी के भव्य घाट में हुआ आयोजन

-जूना अखाड़े की तरफ से आयोजित कालिंदी महोत्सव में साधु संतों ने की महाकुम्भ के सकुशल सम्पन्न होने की कामना

प्रयागराज, 10 नवम्बर (हि.स.)। प्रयागराज में त्रिवेणी के तट पर जनवरी 2025 में आयोजित होने जा रहे महाकुम्भ के पूर्व कुंभनगरी में एक और महाकुम्भ की झलक देखने को मिली। यमुना के तट पर कालिंदी महोत्सव का आयोजन किया गया। जिसमें सवा लाख दीयों की रोशनी से कालिंदी के घाट नहा गए। अखाड़ों की तरफ से यहां प्रयागराज महाकुम्भ को सकुशल सम्पन्न कराने की कामना भी की गई।

कालिंदी का तट बना प्रकाश महाकुम्भ का साक्षी

देवोत्थान एकादशी की पूर्व संध्या पर कुंभ नगरी प्रयागराज में कालिंदी महोत्सव का आयोजन किया गया। श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के संरक्षण वाली श्री दत्तात्रेय सेवा समिति की अगुवाई में यह आयोजन किया गया। जिसमें सभी अखाड़ों के साधु संतों और कुम्भ मेला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए। इस अवसर पर जूना अखाड़े के मौज गिरि घाट पर सवा लाख दीप जलाए गए।

श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े के सभापति महंत प्रेम गिरी का कहना है कि महाकुम्भ के पूर्व देवोत्थान एकादशी की पूर्व संध्या के पावन अवसर पर मां कालिंदी के तट पर सवा लाख मिट्टी के दीए जलाए गए। सवा लाख दीयों का दीपदान भी यमुना में किया गया। सभी प्रमुख अखाड़ों से आए संतों और स्थानीय नागरिकों ने जनवरी में आयोजित होने जा रहे महाकुम्भ के सकुशल सम्पन्न होने की कामना भी यमुना मां से की।

साधु संतों ने महाकुम्भ के भव्य आयोजन की तैयारियों पर जाहिर की खुशी

महोत्सव का आरम्भ कालिंदी के तट पर बनाए गए श्री मौजगिरी के भव्य घाट में दीयों की श्रृंखला बनाने से हुआ। प्रदेश की योगी सरकार की तरफ से इस घाट का कायाकल्प 1.2 करोड़ के बजट से किया गया है। इस भव्य पक्के घाट में दो लाख से अधिक दीयों को प्रज्ज्वलित करने की क्षमता है। घाट में बनाई गई सीढ़ियों में रेड स्टोन से दो खूबसूरत गुम्बद भी बनाए गए। सीढ़ियों पर धार्मिक प्रतीकों को दीयों की श्रृंखला से सजाया गया। दीप प्रज्ज्वलन के बाद घाट पर ही यमुना मां की भव्य आरती का आयोजन किया गया। आरती के समापन के पश्चात दीपदान महायज्ञ का आयोजन किया गया। जिसमें सवा लाख दीयों का यमुना जी में दीपदान किया गया। कुम्भ मेला प्रशासन की ओर से दीपदान के लिए 32 नावों की व्यवस्था की गई थी। कालिंदी का तट दीयों की दूधिया रोशनी से नहा उठा।

महाकुम्भ की तैयारियों पर जाहिर की खुशी

दीपदान महायज्ञ और कालिंदी महोत्सव में इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति गौतम चौधरी और हाईकोर्ट की न्यायमूर्ति मंजू रानी चौहान भी मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता पंच दशनाम नाम जूना अखाड़े के सभापति महंत प्रेम गिरि महाराज ने किया। साधु संतों ने महाकुम्भ के भव्य आयोजन की योगी सरकार की तैयारियों पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि आगामी महाकुम्भ अपनी भव्यता और नव्यता के लिए एक नजीर बनेगा। महोत्सव और महायज्ञ में हजारों की संख्या में आम नागरिक भी शामिल हुए।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र

   

सम्बंधित खबर