
मोरान समुदाय का वीरत्व, एकाग्रता, निष्ठा, निर्भीकता और साहस न केवल असम, बल्कि पूरे भारतवर्ष ने हमेशा सराहा है: सर्बानंद सोनोवाल
तिनसुकिया (असम), 05 मई (हि.स.)। सदौ मोरान छात्र संघ के 57वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में दुमदुमा नगर के खेल मैदान में दुमदुमा क्षेत्रीय मोरान छात्र संघ के आतिथ्य और स्थानीय लोगों के सहयोग से आयोजित किया गया। रंगारंग कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने भाग लिया। इस कार्यक्रम के मद्देनजर मोरान समुदाय की लोक संस्कृति का अभिन्न अंग ‘गछतलोर बिहू’ और एक हजार से अधिक कलाकारों द्वारा प्रस्तुत ‘खेरी’ कार्यक्रम का शुभारंभ भी सोनोवाल ने किया।
केंद्रीय मंत्री सोनोवाल ने मोरान समुदाय को असम के एक प्रमुख शक्तिशाली समुदाय के रूप में पहचानते हुए असमिया समाज में उनके व्यापक योगदान की सराहना की और उन्होंने असमिया जातीय जीवन के आदर्श महान बडौचा और वीर राघव मोरान की पवित्र स्मृति में श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
अपने संबोधन में सोनोवाल ने कहा, मोरान समुदाय का वीरत्व, एकाग्रता, निष्ठा, निर्भीकता और साहस न केवल असम बल्कि पूरे भारतवर्ष द्वारा सराहा जा रहा है। यह समुदाय अत्यंत अनुशासनप्रियता, आध्यात्मिक दर्शन और सांस्कृतिक परंपराओं के माध्यम से सामाजिक व्यवस्था को सशक्त बना रहा है। इस महान समुदाय से जुड़ी सदैव मोरान छात्र संघ बीते 57 वर्षों से इस समुदाय की मूलभूत समस्याओं के समाधान के लिए बिना समझौता किए सक्रिय भूमिका निभा रहा है और असम की जातीय अस्मिता की रक्षा में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। इसके लिए यह संस्था प्रशंसा की पात्र है। असम के जातीय जीवन में मोरान समुदाय का योगदान अपार है। विशाल असमिया जाति के निर्माण प्रक्रिया में मोरान समुदाय ने हमेशा से एक मजबूत भूमिका निभाई है।
हिन्दुस्थान समाचार / देबजानी पतिकर