नाबालिग छात्राओं से दुर्व्यवहार का आरोप

नैनीताल, 26 सितंबर (हि.स.)। नैनीताल जनपद के एक प्रतिष्ठित विद्यालय में नाबालिग छात्राओं के साथ यौन दुर्व्यवहार किये जाने का मामला सामने आया है। इस मामले में कानपुर उत्तर प्रदेश निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता भी बताये जा रहे एक अभिभावक ने शिकायत की है कि केंद्र सरकार के अधीन संचालित इस प्रतिष्ठित विद्यालय का एक कर्मचारी नाबालिग छात्राओं के साथ यौन दुर्व्यहार करता है। उन्हें अनुचित तरीके से स्पर्श करता है।

बताया जा रहा है कि यह शिकायत मिलने पर विद्यालय के प्रधानाचार्य ने आरोपित कर्मचारी को हटा दिया है। मामला नैनीताल की जिलाधिकारी तक भी पहुंचा है, और उन्होंने नैनीताल की परगनाधिकारी प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी वरुणा अग्रवाल को इस मामले का जांच अधिकारी बनाया है।

जांच अधिकारी ने इस संबंध में गत 23 सितंबर को संबंधित विद्यालय के प्रधानाचार्य को पत्र भेजकर 26 सितंबर को यानी आज अपना पक्ष रखने के लिए कहा था। इस संबंध में एसडीएम अग्रवाल ने बताया कि मूलतः यह मामला पिछले वर्ष सितंबर माह का है। तब मामला सामने आने पर विद्यालय और पुलिस के द्वारा इस मामले की जांच की गयी तो मामला पॉक्सो अधिनियम के तहत नाबालिग बच्चियों से छेड़छाड़ का नहीं, बल्कि अनुशासनहीनता का निकला।

इस पर विद्यालय के प्रधानाचार्य ने संबंधित कर्मचारी को अपेक्षित छोटा दंड दे दिया था। इधर पुनः इस मामले की शिकायत की गयी, इसलिये पुनः जांच की गयी और पुनः वही तथ्य सामने आये हैं। वह अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को दे रही हैं।

कुछ ही वर्षों से हो रहा है छात्राओं का प्रवेश

बताया जा रहा है कि इस विद्यालय में पिछले 4-5 वर्षों से ही बालिकाओं का प्रवेश हो रहा है। इससे पहले केवल बालक ही यहां प्रवेश परीक्षा के आधार पर प्रवेश पाते थे। विद्यालय में छात्राओं की संख्या भी बहुत कम है।

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी

   

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