जम्मू में पाकिस्तान विरोधी प्रदर्शन; सीमा पर गोलीबारी और पहलगाम हमले पर युद्ध और जवाबी कार्रवाई की मांग
- Neha Gupta
- Apr 30, 2025


जम्मू, 30 अप्रैल । मिशन स्टेटहुड जम्मू और कश्मीर के अध्यक्ष सुनील डिंपल ने जम्मू में पाकिस्तान विरोधी जोरदार प्रदर्शन का नेतृत्व किया, जिसमें हाल ही में सीमा पार से हुई गोलीबारी और पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की गई। प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगाते हुए पाकिस्तानी झंडे और पुतले जलाए और त्वरित और कठोर जवाबी कार्रवाई की मांग की।
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए डिंपल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से केंद्रीय मंत्रिमंडल और सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) के माध्यम से पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध की घोषणा करने के लिए तत्काल कार्रवाई करने का आह्वान किया। उन्होंने प्रधानमंत्री से चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) और भारतीय सशस्त्र बलों को सैन्य कार्रवाई शुरू करने और पहलगाम में हुए खून-खराबे का बदला लेने के लिए स्पष्ट निर्देश जारी करने का आग्रह किया।
डिंपल ने कहा, जम्मू और कश्मीर भारतीय सेना, केंद्र सरकार और हमारे सुरक्षा बलों के साथ एकजुट है। हम उस दिन का इंतजार कर रहे हैं जब प्रधानमंत्री पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध की घोषणा करेंगे। उन्होंने गिलगित-बाल्टिस्तान सहित पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर (पीओजेके) को आजाद कराने और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर और भारत में इसके एकीकरण की अपनी लंबे समय से चली आ रही मांग को भी दोहराया। पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि पर पुनर्विचार करने या उसे खत्म करने की केंद्र की कथित योजनाओं का स्वागत करते हुए डिंपल ने नई दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग को बंद करने, इस्लामाबाद से भारत के राजनयिक मिशन को वापस बुलाने और अमृतसर-अटारी रेलवे लिंक को स्थायी रूप से बंद करने की मांग की।
उन्होंने पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा सुविधाओं को रद्द करने की भी मांग की। डिंपल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से पाकिस्तान प्रायोजित उग्रवाद और अलगाववाद को कुचलने के लिए ऑपरेशन ऑल-आउट के तहत आतंकवाद विरोधी अभियान तेज करने का आग्रह किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि न केवल मौजूदा उकसावे के जवाब में बल्कि आतंकवाद के बुनियादी ढांचे को स्थायी रूप से नष्ट करने के लिए भी कार्रवाई की जानी चाहिए। सांप्रदायिक सद्भाव की अपील करते हुए डिंपल ने हिंदुओं, मुसलमानों, सिखों और सभी धर्मों के लोगों से शांति और भाईचारा बनाए रखने का आह्वान किया। उन्होंने आरोप लगाया कि पाकिस्तान और उसके प्रायोजित राष्ट्रविरोधी तत्व 1947 में विभाजन के दौरान देखी गई भयावहता के समान सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री से केंद्रीय मंत्रिमंडल और सीसीएस की बैठकों में जम्मू-कश्मीर और पूरे देश के लोगों के लिए न्याय और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मजबूत, निर्णायक कदम उठाने की जोरदार अपील की।