प्रसिद्ध मुरली वादक, लोकसंगीत साधक पं. प्रभात शर्मा को मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि

गुवाहाटी, 02 मार्च (हि.स.)। असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने रविवार को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार प्राप्त प्रसिद्ध मुरली वादक तथा संगीतज्ञ पं. प्रभात शर्मा को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की है। उन्होंने कहा कि प्रभात शर्मा केवल महान लोकसंगीत साधक ही नहीं, बल्कि अत्यंत सरल और सहज व्यक्तित्व के धनी थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके व्यक्तित्व ने हमें हमेशा मोहित किया और उनकी बांसुरी की धुनों ने हमारे मन-प्राण को पुलकित किया। असम की संस्कृति के समृद्ध क्षेत्र में प्रभात शर्मा ने जो अमूल्य योगदान दिया है, वह पीढ़ी दर पीढ़ी प्रवाहित होता रहेगा। इस पावन पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।

उल्लेखनीय है कि पंडित प्रभात शर्मा असम के प्रसिद्ध लोकसंगीत साधकों में से एक थे। उन्होंने असमिया लोकसंगीत को एक नई पहचान दिलाई और इसे देश-विदेश तक पहुंचाया। उनकी बांसुरी वादन की शैली अद्वितीय थी, जिसने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने विभिन्न संगीत कार्यक्रमों और लोक महोत्सवों में हिस्सा लेकर असम की सांस्कृतिक धरोहर को आगे बढ़ाया।

लोकसंगीत में उनके अतुलनीय योगदान के लिए उन्हें कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था। उनका कृत्य आज भी असमिया संगीत प्रेमियों के दिलों में जीवित हैं और उनका संगीत आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बना रहेगा।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश

   

सम्बंधित खबर