शोषितों तथा वंचितों की सेवा के लिए समर्पित था पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जीवन : अवनि कुमार

अयोध्या, 25 सितंबर (हि.स.)। अंत्योदय के उपासक भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्य पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी का पूरा जीवन राष्ट्रीय एकात्मता और समाज के हर वर्ग की उन्नति के लिए समर्पित रहा। उक्त विचार विद्या भारती विद्यालय शिवदयाल जायसवाल सरस्वती विद्या मंदिर इण्टर कॉलेज तुलसीनगर में उनकी जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित भैया, बहनों को संबोधित करते हुए प्रधानाचार्य अवनि कुमार शुक्ल ने कहीं।

उन्होंने कहा कि उनका ’एकात्म मानव दर्शन’ सांस्कृतिक विकास और समाज के अंतिम पायदान पर खड़े गरीबों ,वंचितों व शोषितों की सेवा के लिए हम सभी को अथाह प्रेरणा देता है। प्रधानाचार्य श्री शुक्ल ने बताया कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती 25 सितंबर से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर तक स्वदेशी जागरण सप्ताह के अन्तर्गत मनाया जाएगा। जिसमें विभिन्न विधाओं वाद–विवाद, भाषण, निबन्ध रंगोली तथा पेंटिंग प्रतियोगिताओं का आयोजन करके स्थान प्राप्त सभी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया जाएगा।

कार्यक्रम के संयोजक आचार्य घनश्याम सिंह ने बताया कि भैया, बहनों को प्रतिदिन स्वच्छता के लिए 10 मिनट का समय अपनी दिनचर्या में नियोजन करने के लिए कहा गया है। बहन सृष्टि ओझा ने भजन तथा प्राची मिश्र ने भाषण प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया। सरगम का संचालन अरविंद कुमार पांडे ने किया। इस अवसर पर विद्यालय के सभी आचार्य,आचार्या उपस्थित रहे। वक्त जानकारी विद्यालय की प्रचार प्रमुख सीमा पांडेय ने दिया।

हिन्दुस्थान समाचार / पवन पाण्डेय

   

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