बलिया, 20 नवंबर (हि.स.)। यूपी एसटीएफ की वाराणसी इकाई टीम ने रेलवे स्टेशन से पच्चीस हजार रुपये के इनामी अपराधी को गिरफ्तार किया है। वह अवैध तरीके से कारतूसों की तस्करी करता है, जिसकी पुलिस को काफी दिनों से तलाशी थी।
इंस्पेक्टर अनिल कुमार ने बताया कि कारतूस तस्करी के मामले में वांछित पच्चीस हजार का इनामी अंकित कुमार पाण्डेय को बलिया रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया है। पूछताछ में उसने बताया कि गांव नसीरपुर कटरिया के रहने वाले रोशन यादव के साथ पढ़ता था। दोनों अच्छे दोस्त थे। दोनों के साथ पढ़ने वाले कुछ लड़के काशी विद्यापीठ वाराणसी में पढ़ते थे, जिनसे ये दोनों प्रायः मिलने-जुलने के लिये आते-जाते रहते थे। इसी दौरान इन दोनों की दोस्ती मीरजापुर निवासी एक लड़की से हुई। रोशन यादव ने वाराणसी में एक किराये का मकान लेकर वहीं पर उस महिला मित्र को रखवाया था, जहां दोनों का अक्सर आना-जाना लगा था। इसी दौरान इन दोनों की जान-पहचान कारतूस की तस्करी करने वाले जौनपुर निवासी शुभम सिंह से हो गयी। शुभम सिंह ही इन दोनों को कारतूस लाकर जौनपुर के शाहगंज में देता था। यह दोनों अवैध कारतूस को ले जाकर बिहार के अपराधियों को ऊंचे दामों पर बेचते थे। एसटीएफ के हाथ लगे अंकित कुमार पाण्डेय ने 15 अक्टूबर से 23 अक्टूबर के बीच दो बार में 750 कारतूस ले जाकर बिहार के अपराधियों को बेचा था।
बीते माह 23 अक्टूबर को अंकित अपने दोस्त रोशन सिंह और महिला मित्र के साथ 750 कारतूस लेकर बिहार के अपराधियों को बेचने जा रहा था। किसी को संदेह न हो इसलिये कारतूस लेकर महिला मित्र को दूसरे बोगी में बैठाये था। अंकित व रोशन पीछे के बोगी में बैठे थे। जीआरपी ने चेकिंग के दौरान महिला मित्र को 750 कारतूस सहित गिरफ्तार किया था। वहीं, अंकित और रोशन मौके से फरार हो गये थे। इस संबंध में थाना जीआरपी बलिया में आर्म्स एक्ट का मुकदमा दर्ज हुआ था। उसमें अंकित कुमार पाण्डेय वांछित चल रहा था। एसटीएफ को अंकित की लोकेशन रेलवे स्टेशन पर मिली और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपित को थाना जीआरपी बलिया में दाखिल किया गया है।
हिन्दुस्थान समाचार / नीतू तिवारी