पूर्व की सत्ताधारी पार्टियां मछुआ समाज को पिछलग्गू समझकर करती थीं राजनीति : संजय निषाद

बलिया, 1 जनवरी (हि.स.)।

निषाद पार्टी की संवैधानिक अधिकार यात्रा 33वें दिन बलिया पहुंची। यात्रा का नेतृत्व कर रहे निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री डा. संजय कुमार निषाद ने कहा कि निषाद समाज को पूर्व की सत्ताधारी पार्टियों ने पिछलग्गू और वोट बैंक समझकर राजनीति करने का काम किया है। लेकिन अब निषाद समाज अपनी पार्टी और अपने बैनर के तहत आगे बढ़ रहा है।

संवैधानिक अधिकार यात्रा रेवती नगर पंचायत से सहातवार नगर पंचायत से केवरा बाज़ार से बांसडीह कचहरी (पद यात्रा) से बांसडीह में भारत रत्न भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण से हालपुर से सुल्तानपुर चट्टी से मुड़ियारी (जनसभा) से सिन्दरपुर से बेल्थरारोडर होते हुए मऊ के लिए प्रस्थान कर गई।

इसके पहले संजय निषाद ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मछुआ समाज इतने षड्यंत्रों के बावजूद भी निषाद पार्टी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। अपने मछुआ आरक्षण को लेकर निषाद पार्टी के संकल्प के साथ आगे बढ़ भी रहा है। श्री निषाद ने कहा कि निषाद पार्टी और निषाद समाज ने बलिया के बड़े-बड़े नेताओं का घमंड तोड़ा है। आज जो भी नेता, पार्टी और मछुआ समाज से दूरी बनाएगा, उसका हश्र 2027 में निषाद समाज अपने आप तय कर लेगा। उन्होंने कहा कि 2022 में भी बांसडीह सीट गठबंधन के तहत निषाद पार्टी के खाते में थी और 2027 में भी निषाद पार्टी के खाते में रहेगी। मछुआ समाज धोखा देने वालों का भी हिसाब 2027 के विधानसभा चुनाव में होना है। संवैधानिक अधिकार रथ यात्रा निषाद समाज को धोखेबाज़ों से सावधान होने को लेकर ही नकाली जा रही है। 12वें संकल्प दिवस के आयोजन पर श्री निषाद ने कहा कि 13 जनवरी को निषाद पार्टी अपना 12वां संकल्प दिवस जनपद गोरखपुर में मनाने जा रही है।

इस मौक़े पर मिठाई लाल केवट, कनक पांडेय, देवेंद्र निषाद, शिव नारायण निषाद, डॉ चंद्रमा कश्यप, हनुमान निषाद, राधे श्याम निषाद, स्वामी नाथ साहनी, श्रीप्रकाश सहनी, रूनी देवी, जनक नंदनी निषाद, सुमन निषाद आदि मौजूद रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / नीतू तिवारी

   

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