बंगाल में चुनावी जंग : भाजपा के हिंदू वोट अभियान पर तृणमूल का तीखा पलटवार

कोलकाता, 18 मार्च (हि. स.)। पश्चिम बंगाल में मंगलवार से चुनावी जंग तेज हो गई, जब तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा के हिंदुत्व केंद्रित प्रचार अभियान का जवाब अपने राजनीतिक नारों के साथ दिया।

हुगली के चिनसुराह में सोमवार को भाजपा के पोस्टर और बैनर लगे, जिन पर लिखा था - हिंदू हिंदू भाई भाई, 2026 में भाजपा को चाहिए। इसे अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा की प्रचार रणनीति की शुरुआत माना जा रहा है।

मंगलवार को तृणमूल की आईटी और सोशल मीडिया टीम ने कोलकाता के श्यामबाजार समेत कई इलाकों में जवाबी बैनर लगाए। इनमें भाजपा पर महंगाई और नीतिगत विफलताओं को लेकर सवाल उठाए गए।

तृणमूल के पोस्टरों में लिखा था -

हिंदू जोदी भाई भाई, गैस-ए क्यों छार नाई? (अगर हिंदू भाई-भाई हैं, तो रसोई गैस के दाम में राहत क्यों नहीं?)

हिंदू हिंदू भाई भाई, किन्तु बांगाली पूर्ण मंत्री नाई? (हिंदू भाई-भाई, फिर भी बंगाल से कोई कैबिनेट मंत्री क्यों नहीं?)

इसके अलावा, आधार कार्ड लिंकिंग, पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों और महंगाई को लेकर भी भाजपा पर निशाना साधा गया।

तृणमूल आईटी सेल प्रमुख देबांशु भट्टाचार्य ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा का हिंदू प्रेम सिर्फ चुनावी मौसम में जागता है। बाकी समय वे सिर्फ मेहुल भाई जैसे लोगों को पहचानते हैं। उन्होंने भगोड़े कारोबारी मेहुल चोकसी की ओर इशारा किया।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा एनआरसी के नाम पर लाखों हिंदुओं को बेघर कर रही है। बंगाल स्वामी विवेकानंद के हिंदुत्व और मोदी के हिंदुत्व में फर्क करना जानता है।

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता और सांसद समिक भट्टाचार्य ने तृणमूल पर जवाबी हमला करते हुए कहा कि तृणमूल ही बंगाल में समुदायों के बीच विभाजन कर रही है। वे पहले खुद को हिंदू समर्थक दिखाते हैं और फिर फुरफुरा शरीफ जाकर कट्टरपंथियों के आगे झुक जाते हैं।

इस बीच, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 'खेेला होबे' नारे को फिर से बुलंद किया और भाजपा पर मतदाता सूची में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर आधार लिंकिंग के जरिए लोगों को मतदाता सूची से हटाने की कोशिश हुई, तो हम चुनाव आयोग के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर

   

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