धूमधाम से मनाया गया भैरव बाबा का जन्मोत्सव, हुआ प्रसादी वितरण

धमतरी, 23 नवंबर (हि.स.)।शहर के मध्य में स्थित जिले के प्राचीन श्री काल भैरव बाबा मंदिर में बाबा का जन्मोत्सव 23 नवंबर को उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मंदिर परिसर में यज्ञ का आयोजन हुआ, जिसमें भक्तों ने आहुति डाली। बताया जा रहा है कि धमतरी का यह काल भैरव मंदिर 52 भैरव मंदिरों में से प्रमुख है।

रामचन्द्र मंदिर न्यास एवं भैरव बाबा के भक्तों के सहयोग आयोजित जन्मोत्सव कार्यक्रम में भक्तों ने उत्साह से भाग लिया। मंदिर के पुजारी अभिषेक शर्मा ने बताया कि सभी भक्तों के सहयोग से इस वर्ष बाबा का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया है। सुबह बाबा का श्रृंगार किया गया। पूजन हवन के बाद दोपहर से महाप्रसादी का वितरण किया गया। शाम को भजन कीर्तन का कार्यक्रम किया गया। इस अवसर मंदिर न्यास के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह कृदत, विनीत गुप्ता, सूरज तिवारी, विक्रांत शर्मा, दीपक ठाकु सहित अन्य मौजूद थे।

बाबा काल भैरव का मंदिर 1000 साल पुराना-धर्म की नगरी धमतरी में एक से बढ़कर एक प्राचीन मंदिर है, इसमें से एक इतवारी बाजार स्थित बाबा काल भैरव का मंदिर है। पुजारी पंडित अभिषेक शर्मा ने बताया कि बाबा काल भैरव का मंदिर करीब 800 से 1000 साल पुराना है।कांकेर में जब राजाओं का राज था। उसी शासन काल में यह बना हुआ है। साथ ही बाबा में सरसों तेल सहित अन्य सामाग्री विशेष रुप से चढ़ाई जाती है।जो भी भक्त काल भैरव के दरबार में सच्चे दिल से पहुंचते हैं, उनकी हर मुरादे पूर्ण होती है, इसलिए उक्त मंदिर के प्रति भक्तों में आस्थाकूट-कूट के भरीहुई है। इस तरह यह मंदिर सदियों से आस्था का केन्द्र बना हुआ है। उक्त मंदिर बिल्कुल किले के रामजानकी मंदिर के सामने है। बाजू में मौली माता का मंदिर है। काल भैरव प्रतिमा के आजू-बाजू दत्रैय एवं भगवान गणेश की भी प्रतिमा है। मंदिर के गर्भगृह में हुए नक्काशीदार कलाकारी लोगों को आकर्षित कर- प्राचीन होने का अहसास कराता है।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा

   

सम्बंधित खबर