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कोलकाता, 17 फरवरी (हि.स.) ।संस्कार भारती के दक्षिण बंगाल प्रांत ने माघी पूर्णिमा के पावन अवसर पर नाट्यशास्त्र के प्रणेता भरत मुनि को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस उपलक्ष्य में रविवार को उत्तर 24 परगना के गोबरडांगा संस्कृति केंद्र में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न सांस्कृतिक व शैक्षणिक गतिविधियां आयोजित की गईं।
इस कार्यक्रम की मुख्य विशेषता विकास भट्टाचार्य स्मारक व्याख्यान था। इसके अलावा, पिछले 25 वर्षों से संस्कार भारती पश्चिम बंगाल द्वारा संचालित नाट्य विभाग की यात्रा को दर्शाने वाली एक चित्र प्रदर्शनी भी लगाई गई। इस प्रदर्शनी का उद्घाटन भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत मौलाना अबुल कलाम आज़ाद इंस्टीट्यूट ऑफ एशियन स्टडीज के निदेशक डॉ. स्वरूप प्रसाद घोष ने किया।
विशिष्ट अतिथि के रूप में संस्कार भारती की केंद्रीय सचिव नीलांजना राय मौजूद रहीं, जबकि सुप्रसिद्ध अभिनेता व निर्देशक तपन गांगुली ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। अन्य गणमान्य अतिथियों में सुभाष भट्टाचार्य, जयंत पाल, आशीष दास उपस्थित रहे। विकास भट्टाचार्य स्मारक व्याख्यान का मुख्य संबोधन प्रसिद्ध नाट्य व्यक्तित्व पियाल भट्टाचार्य ने दिया, जिसका संचालन कल्लोल भट्टाचार्य ने किया। पूरे कार्यक्रम का संचालन संस्कार भारती पश्चिम बंगाल के महासचिव तिलक सेनगुप्ता ने किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ संस्कार भारती की परंपरा के अनुसार भाव संगीत के साथ हुआ। आगंतुकों का स्वागत चंदन तिलक, उत्तरिय, पुष्प और स्मृति चिह्न भेंट कर किया गया। भरत मुनि की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का औपचारिक उद्घाटन किया गया।
इस अवसर पर पियाल भट्टाचार्य को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। उनके व्याख्यान का विषय भरत मार्ग प्रसंग था, जिसमें उन्होंने गहन शोध पर आधारित विचार प्रस्तुत किए। इस व्याख्यान को हर नाट्य छात्र के लिए अनिवार्य रूप से सुनने योग्य बताया गया। इस सत्र का सुंदर भूमिका वक्तव्य संस्कार भारती पश्चिम बंगाल के उपाध्यक्ष कल्लोल भट्टाचार्य ने दिया।
कार्यक्रम के अंत में सभा अध्यक्ष तपन गांगुली ने अपने विचार व्यक्त किए, जबकि संस्कार भारती की केंद्रीय सचिव नीलांजना राय ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इसके पश्चात उत्तर 24 परगना जिले की संगीत शाखा के कलाकारों ने पुराने नाटकों के गीतों की प्रस्तुति दी। इस पूरे आयोजन में संस्कार भारती उत्तर 24 परगना जिला इकाई की अहम भूमिका रही।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर