बिहार की धरती सांस्कृतिक और बैद्धिक विरासत का केंद्र : नंद किशोर यादव

पटना, 20 जनवरी (हि.स.)। बिहार विधानसभा में आज से शुरू हुए 85वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों के दो दिवसीय सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने कहा कि बिहार की धरती भारत की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और बौद्धिक विरासत का केंद्र मानी जाती है।

नंद किशोर यादव ने कहा कि यह तीसरी बार है जब बिहार 43 वर्षों के अंतराल के बाद इस कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है। इस धरती ने भगवान बुद्ध की करुणा, महावीर की अहिंसा और गुरु गोविंद सिंह के साहस को जन्म दिया है। उन्होंने कहा कि यह वही धरती है जहां से चाणक्य ने सैद्धांतिक राजनीति की शुरुआत की और सम्राट अशोक ने शासन में नैतिकता का संदेश दिया।

विधानसभा स्पीकर नंद किशोर यादव ने कहा कि बिहार में चंपारण की धरती है, जिसने गांधी को महात्मा बनाया। आज से शुरू हुआ यह दो दिवसीय सम्मेलन लोकतंत्र को मजबूत करने तथा जनप्रतिनिधियों के बीच संवाद और समन्वय को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया जा रहा है।

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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद चौधरी

   

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