अधिकांश शिक्षक परीक्षा के पक्ष में - ब्रात्य बसु के बयान से आक्रोशित योग्य शिक्षकों ने उठाए सवाल
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- Jun 12, 2025

कोलकाता, 12 जून (हि. स.)। स्कूल सर्विस कमिशन (एसएससी) की भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगाने की मांग को लेकर गुरुवार को ‘योग्य’ लेकिन बेरोज़गार शिक्षकों ने कोलकाता में एसएससी भवन की ओर मार्च का आह्वान किया है।
इससे एक दिन पहले, बुधवार को राज्य के शिक्षामंत्री ब्रात्य बसु ने दावा किया था कि अधिकांश नौकरी से वंचित शिक्षक फिर से परीक्षा में बैठना चाहते हैं। कोलकाता में साहित्य अकादमी के एक कार्यक्रम के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा था कि कुछ शिक्षक क्या कर रहे हैं, मुझे नहीं पता। लेकिन अधिकांश शिक्षक दोबारा भर्ती परीक्षा देना चाहते हैं। परीक्षा समय पर ही होगी।
ब्रात्य बसु के इस बयान ने आंदोलनरत शिक्षकों के बीच नाराजगी पैदा कर दी है। उन्होंने सवाल उठाया है कि मंत्री ने कौन-सी सर्वेक्षण के आधार पर यह दावा किया कि 'अधिकांश' शिक्षक परीक्षा में बैठना चाहते हैं? आंदोलनकारी शिक्षकों का कहना है कि इस सवाल का जवाब न तो मंत्री ने दिया और न ही किसी सरकारी अधिकारी ने।
गुरुवार को प्रदर्शन से पहले ‘योग्य’ शिक्षकों की कोर कमिटी ने बैठक कर रणनीति तय की। आंदोलनकारी शिक्षक नेता चिन्मय मंडल ने कहा कि हम सब मिलकर यह आंदोलन चला रहे हैं। हमारी मांग है कि जब तक सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटीशन का फैसला नहीं आता, तब तक भर्ती परीक्षा के फॉर्म भरने की प्रक्रिया रोकी जाए। साथ ही, उन 15,403 योग्य शिक्षकों की सूची सार्वजनिक की जाए जो वर्तमान में स्कूलों में पढ़ा रहे हैं।
ब्रात्य बसु के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए चिन्मय मंडल ने आरोप लगाया कि मंत्री इस आंदोलन को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। वे संस्थागत भ्रष्टाचार को छिपाना चाहते हैं। उन्हें इस तरह के बयान देने के बजाय यह बताना चाहिए कि सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटीशन की क्या स्थिति है।
इधर, सॉल्टलेक क्षेत्र में शुक्रवार को दो अलग-अलग प्रदर्शनों के कारण तनावपूर्ण स्थिति की संभावना जताई जा रही है। दोपहर 12 बजे से करुणामयी से एसएससी भवन तक ‘योग्य’ शिक्षकों का मार्च शुरू होगा। दूसरी ओर, छात्र संगठन एसएफआई के नेतृत्व में चार वामपंथी संगठनों का विरोध प्रदर्शन होना है।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर