आनासागर वेटलैंड प्रोजेक्ट की सीबीआई करे जांच— रलावता

अजमेर, 12 मार्च(हि.स)। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य एवं अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे महेंद्र सिंह रलावता ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में अजमेर में आनासागर के किनारे भराव क्षेत्र वेटलैंड पर बनाए गए फूड प्लाजा, सेवन वंडर, गांधी स्मृति उद्यान को तोड़ने के मामले में तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर समस्त प्रकरण की सीबीआई से जांच करवाने एवं नियमों का उल्लंघन करने वाले दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।

कांग्रेसी नेता रलावता ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्मार्ट सिटी मिशन की शुरुआत 25 जून 2015 को की थी मिशन का मुख्य उद्देश्य स्मार्ट सिटी में 24 घंटे शुद्ध पेयजल की सप्लाई, 24 घंटे विद्युत आपूर्ति ,बेहतर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य व्यवस्था, स्मार्ट क्लासेज द्वारा बेहतर शिक्षा ,आवागमन एवं यातायात की सुविधा के लिए बेहतर सड़कें ,खेल को बढ़ावा देने के लिए बेहतर स्टेडियम एवं प्रशिक्षण, बेहतर सीवरेज व्यवस्था आदि करना था। उन्होंने बताया कि स्मार्ट सिटी अजमेर प्रोजेक्ट की कार्य समिति में जिला कलेक्टर, नगर निगम अजमेर की महापौर, नगर निगम अजमेर के आयुक्त ,अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष ,अजमेर विकास प्राधिकरण के आयुक्त एवं सचिव क्षेत्रीय सांसद एवं क्षेत्रीय विधायक आदि प्रतिनिधि होते हैं ।

रलावता ने बताया कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट 25 जून 2015 को प्रारंभ किया गया था उस समय अजमेर में ट्रिपल इंजन की सरकार थी। केंद्र एवं राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी एवं नगर निगम अजमेर में भारतीय जनता पार्टी का बोर्ड था। उन्होंने बताया कि स्मार्ट सिटी अजमेर के प्रोजेक्ट ट्रिपल इंजन की सरकार के संरक्षण में बनाए गए थे और वेटलैंड नियमों का उल्लंघन कर प्रोजेक्ट बनाए गए थे ।

उन्होंने बताया कि स्मार्ट सिटी अजमेर प्रोजेक्ट का उद्देश्य व्यापक विकास कार्य करना एवं जन सुविधाओं में बढ़ोतरी करना था परंतु स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत सुभाष उघान, पटेल मैदान ,आजाद पार्क इंडोर स्टेडियम का विकास एवं जीर्णोद्धार तो हुआ परंतु आमजन का प्रवेश निषेध कर दिया गया एवं व्यवसायिक गतिविधियां शुरू कर दी गई है जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है ।

कांग्रेसी नेता रलावता ने आरोप लगाया कि विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र के विधायक हैं तथा 2015 में भारतीय जनता पार्टी की राजस्थान सरकार में शिक्षा राज्य मंत्री थे स्मार्ट सिटी अजमेर की कार्य समिति में थे 17 नवंबर 2023 को एक हिंदी दैनिक समाचार पत्र में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के अजमेर आगमन पर आयोजित विशाल रोड शो का विज्ञापन प्रकाशित किया गया विज्ञापन में विधायक वासुदेव देवनानी ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के विभिन्न विकास कार्यों का झूठा श्रेय लेकर जमकर वाह वाही लूटी। विज्ञापन में आना सागर भराव क्षेत्र में 10 किलोमीटर के पाथ वे को भी अपनी उपलब्धि बताया ।

कांग्रेसी नेता रलावता ने कहा कि विज्ञापन में विधायक देवनानी ने आना सागर के चारों ओर बिना मूल स्वरूप के छेड़छाड़ के पाथ वे के निर्माण को अपनी उपलब्धि बताया गया है । जबकि वास्तविकता यह है कि आनासागर में पाथ वे बनाने के लिए लाखों टन मिट्टी डालकर आना सागर का मूल स्वरूप छोटा कर दिया गया है जिससे मामूली बरसात में बाढ़ की स्थिति पैदा हो जाती है । विधायक देवनानी स्मार्ट सिटी अजमेर के विकास कार्यों का विज्ञापन देकर झूठा श्रेय एवं वाह वाही लूट कर आम जनता को गुमराह किया है । विधायक वासुदेव देवनानी की नियमों का उल्लंघन कर वेट लैंड पर हो रहे निर्माण पर मौन स्वीकृति थी । आनासागर भराव क्षेत्र में नियम विरुद्ध हो रहे निर्माण पर अगर विधायक देवनानी को आपत्ति थी तो उसे समय आवाज क्यों नहीं उठाई? कांग्रेसी नेता रलावता ने तंज करते हुए कहा कि विधानसभा अध्यक्ष अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकते हैं विधानसभा अध्यक्ष देवनानी को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए ।

उन्होंने कहा कि अजमेर उत्तर के विधायक वासुदेव देवनानी ने अजमेर के एक दैनिक समाचार पत्र में 23 नवंबर 2023 को एक साक्षात्कार के दौरान कहां की स्मार्ट सिटी के भ्रष्टाचारियों को जेल भिजवाऊंगा परंतु 15 माह से अधिक समय बीत जाने के बावजूद अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की ।

इस अवसर पर अजमेर शहर जिला कांग्रेस कमेटी के निवर्तमान महासचिव शिव कुमार बंसल ने बताया कि ट्रिपल इंजन की सरकार के संरक्षण में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट फंड का दुरुपयोग कर अधिकारियों एवं ठेकेदारों ने जमकर चांदी कूटी है । ट्रिपल इंजन की सरकार के संरक्षण में गांधी भवन पर रंग रोगन कर स्मार्ट सिटी के फंड का दुरुपयोग किया गया था। भारतीय तकनीकी मानक के अनुसार पत्थर की चुनाई वाली ऐतिहासिक एवं पुरातत्व महत्व की इमारत पर रंग रोगन नहीं किया जा सकता है । 25 जून 2019 को तत्कालीन जिला कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा को कांग्रेसियों के एक प्रतिनिधि मंडल ने भेंटकर भविष्य में पत्थर की चुनाई की ऐतिहासिक एवं पुरातत्व महत्व की इमारत पर रंग रोगन नहीं करवाने की हिदायत दी थी।

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हिन्दुस्थान समाचार / संतोष

   

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