
गुवाहाटी, 10 मार्च (हि.स.)। असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने सोशल मीडिया पर असम के बजट 2025 को असम के उज्ज्वल भविष्य की रूपरेखा बताया। उन्होंने कहा कि यह बजट दूरदर्शी दृष्टिकोण का प्रतिबिंब है, जो असम को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए तैयार किया गया है।
मुख्यमंत्री ने लिखा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 'विकास और विरासत' मंत्र के आधार पर तैयार किए गए इस बजट में नागरिक-केंद्रित सुशासन को प्राथमिकता दी गई है। राज्य सरकार ने पूंजीगत व्यय के लिए 38,759.18 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है, और 85 फीसदी आबंटित बजट का प्रभावी उपयोग किया गया है।
उन्होंने असम के आर्थिक विकास की सराहना करते हुए कहा कि राज्य का कुल व्यय अब 1.55 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है, जबकि राज्य की जीडीपी वृद्धि दर 13 फीसदी है, जो राष्ट्रीय औसत 10 फीसदी से अधिक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बजट में नागरिकों के जीवन को सरल बनाने और असम की अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं शामिल की गई हैं। इसमें आर्टिफिशियल सैटेलाइट से लेकर प्रोटोन थेरेपी सेंटर और ओटीटी प्लेटफॉर्म जैसी इनोवेटिव योजनाओं पर जोर दिया गया है। इसके अलावा, आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों के जीवन स्तर में सुधार के लिए भी विशेष प्रावधान किए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बजट असम को उद्यमिता के नए युग की ओर ले जाएगा और युवाओं व महिलाओं की संभावनाओं को सशक्त करेगा। उन्होंने वित्त मंत्री अजंता नेओग और उनके विभाग को एक जनहितैषी बजट पेश करने के लिए बधाई दी।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश