प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में बोले मुख्यमंत्री मांझी- ओडिशा में निवेश की अपार संभावनाएं
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- Jan 08, 2025
भुवनेश्वर, 08 जनवरी (हि.स.)। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी ने 18वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के दौरान विदेश मंत्रालय एवं ओडिशा सरकार के संयुक्त व्यापार सत्र में राज्य में निवेश संभावनाओं को उजागर किया।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर, ओडिशा के उद्योग मंत्री सम्पद चंद्र स्वाईं और भारतीय एवं ओडिया प्रवासी व्यापार जगत के प्रमुख नेताओं का स्वागत करते हुए इस प्रतिष्ठित आयोजन की मेजबानी पर गर्व और आभार व्यक्त किया। यह सत्र एक होटल में आयोजित किया गया।
मुख्यमंत्री ने ओडिशा की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि ओडिशा को भगवान जगन्नाथ की भूमि के रूप में जाना जाता है। यह राज्य कला, शिल्प और वास्तुकला के लिए विश्व प्रसिद्ध है और अब यह भारत के विकास इंजन के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में “समृद्ध ओडिशा 2036” और “विकसित भारत 2047” के राष्ट्रीय दृष्टिकोण को साकार करने में ओडिशा अपनी भूमिका का निर्वाह कर रहा है।
मुख्यमंत्री मांझी ने ओडिशा के बदलाव के लिए एक रोडमैप साझा करते हुए राज्य की रणनीतिक निवेश संभावनाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ओडिशा खनिज संसाधनों में भारत का दूसरा सबसे समृद्ध राज्य है, जो उद्योगों के लिए विशाल अवसर प्रदान करता है। राज्य में स्थिर कानून-व्यवस्था, शांतिपूर्ण सामाजिक ताना-बाना और राजनीतिक स्थिरता का इतिहास है। राजमार्गों, रेलवे कॉरिडोर, तीन कार्यशील बंदरगाहों और दो प्रमुख हवाई अड्डों के नेटवर्क के साथ ओडिशा निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य निवेशक-अनुकूल औद्योगिक नीति और प्रतिस्पर्धात्मक लागत पर कुशल और अकुशल कार्यबल की उपलब्धता प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने पिछले छह महीनों में सड़क और रेलवे परियोजनाओं के लिए 5 बिलियन डॉलर (लगभग 40 हजार करोड़ रुपये) की मंजूरी दी है, जिससे ओडिशा की बुनियादी ढांचे की क्षमता और बढ़ी है।
उन्होंने कहा कि हमारी दृष्टि नवीकरणीय ऊर्जा, उन्नत निर्माण, पेट्रोकेमिकल्स, वस्त्र, फार्मास्यूटिकल्स और जैव प्रौद्योगिकी जैसे भविष्य के लिए तैयार क्षेत्रों पर आधारित है।
उन्होंने प्रवासी समुदाय से ओडिशा के समृद्ध पर्यटन क्षेत्र में अवसर तलाशने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि ओडिशा के पास 480 किलोमीटर लंबा समुद्र तट, हरे-भरे जंगल, पहाड़ और ऐतिहासिक स्थल शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि ओडिशा उत्कर्ष ओडिशा: मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव 2025 की तैयारी कर रहा है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को इस यात्रा में शामिल होने का निमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि भारत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के लिए पसंदीदा गंतव्य है और हम ओडिशा को भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के लिए पसंदीदा गंतव्य बनाना चाहते हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / वीरेन्द्र सिंह