गुवाहाटी, 03 जनवरी (हि.स.)। गुवाहाटी के खारघुली में हुई पानी पाइप फटने की घटना के बाद जिला आयुक्त सुमित सत्तावने ने शुक्रवार को घटना स्थल का दौरा किया। उल्लेखनीय है कि गुरुवार को पानी का पाइप फटने के कारण तबाही मच गई थी। आयुक्त ने प्रभावित लोगों से बातचीत की और उनकी स्थिति का जायजा लिया।
आयुक्त को प्रभावित लोगों ने पर्याप्त गर्म कपड़े न मिलने की शिकायत की। इस पर आयुक्त ने और अधिक गर्म कपड़े और अन्य सामग्री प्रदान करने का पीड़ितों को आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा जल्द ही अतिरिक्त वस्त्रों की आपूर्ति की जाएगी।
इस दौरान पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल पर आयुक्त सत्तावन ने कहा कि आपदा प्रबंधन से संबंधित प्रावधानों के अनुकूल पीड़ितों को जिला प्रशासन द्वारा सहायता की गई है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के पदाधिकारी राहत और बचाव कार्य में लगातार जुटे हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि पानी पाइप लाइन में हुए इस विस्फोट के कारण सात घर और पांच दुकानों को भारी नुकसान पहुंचा। घटना में 14 ई-रिक्शा, दो बाइकें और दो ऑटो भी क्षतिग्रस्त हो गए। इसके अलावा, घरों के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को भी काफी नुकसान हुआ।
पाइप फटने वाले स्थान के करीब 300 मीटर की गोलाई में स्थित घरों और दुकानें बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। बिजली आपूर्ति भी पूरी तरह से बाधित हुई, जिसे बहाल किया जा रहा है।
क्षेत्रीय यातायात में अवरोध उत्पन्न हुआ, क्योंकि खारघुली से नूनमाटी को जोड़ने वाली सड़क जलमग्न हो गई। 8-10 मीटर लंबा गड्ढा भी निर्माणाधीन सड़क पर बन चुका था। जिसे ठीक किया जा रहा है।घटनास्थल पर प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुटा हुआ है।
उल्लेखनीय है कि गुरुवार की सुबह करीब 9:50 बजे जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (जेआईसीए) की मुख्य जल आपूर्ति पाइपलाइन फटने से सड़कें घुटने तक पानी में डूब गईं थी। चश्मदीदों ने बताया कि पानी की धारा छह मंजिला इमारत जितनी ऊंचाई तक पहुंची थी।
हर तरफ अफरा तफरी मच गई थी। स्थानीय लोग इसको लेकर काफी आक्रोश में देखे जा रहे हैं। पाइप फटने की घटना होने की सूचना मिलने के बावजूद 40 मिनट तक पानी को बंद नहीं किया गया, जिस कारण पूरे इलाके में तबाही मच गई।
उल्लेखनीय है कि राज्य के लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण आदि मंत्री जयंत मल्लबरुवा ने गुरुवार की शाम घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया तथा एक दिन में मुआवजा देने की घोषणा की थी। प्रशासन द्वारा युद्ध स्तर पर राहत और बचाव कार्य किया जा रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश