कैबिनेट ने पांच आईआईटी की शैक्षणिक और बुनियादी ढांचे की क्षमता विस्तार को मंजूरी दी
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- May 07, 2025

नई दिल्ली, 7 मई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को पांच नए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) की शैक्षणिक और बुनियादी ढांचे की क्षमता के विस्तार को मंजूरी दे दी। ये पांच नए आईआईटी आंध्र प्रदेश (आईआईटी तिरुपति), केरल (आईआईटी पलक्कड़), छत्तीसगढ़ (आईआईटी भिलाई), जम्मू-कश्मीर (आईआईटी जम्मू) और कर्नाटक (एचटी धारवाड़) राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों में स्थापित किए गए हैं।
शिक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि 2025-26 से 2028-29 तक चार वर्षों की अवधि में इसकी कुल लागत 11,828.79 करोड़ रुपये है। कैबिनेट ने इन आईआईटी में 130 संकाय पदों (प्रोफेसर स्तर यानी लेवल 14 और उससे ऊपर) के सृजन को भी मंजूरी दी है। उद्योग-अकादमिक संबंधों को मजबूत करने के लिए पांच नए अत्याधुनिक अनुसंधान पार्क भी बनाए जा रहे हैं।
आईआईटी में प्रवेश अखिल भारतीय आधार पर होता है और इसलिए इस विस्तार से देशभर के सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को लाभ होगा। 2025-26 की बजट घोषणा में कहा गया है कि पिछले 10 वर्षों में 23 आईआईटी में छात्रों की कुल संख्या 65,000 से 1.35 लाख तक 100 प्रतिशत बढ़ गई है। वर्ष 2014 के बाद शुरू किए गए पांच आईआईटी में 6,500 और छात्रों को शिक्षा की सुविधा प्रदान करने के लिए अतिरिक्त बुनियादी ढांचा बनाया जाएगा। इन आईआईटी में अगले चार वर्षों में छात्र संख्या में 6500 से अधिक की वृद्धि की जाएगी, जिसमें स्नातक (यूजी), स्नातकोत्तर (पीजी) और पीएचडी कार्यक्रम को मिलाकर प्रथम वर्ष में 1364 छात्र, द्वितीय वर्ष में 1738 छात्र, तृतीय वर्ष में 1767 छात्र और चतुर्थ वर्ष में 1707 छात्र शामिल होंगे।
निर्माण पूरा होने पर ये पांच आईआईटी वर्तमान छात्र संख्या 7,111 के मुकाबले 13,687 छात्रों को शिक्षा प्रदान करने में सक्षम होंगे, यानी 6,576 छात्रों की वृद्धि होगी। सीटों की कुल संख्या में इस वृद्धि के साथ अब 6,500 से अधिक अतिरिक्त छात्र देश के सबसे प्रतिष्ठित और मांग वाले शैक्षणिक संस्थानों में अध्ययन करने की अपनी आकांक्षाओं को पूरा करने में सक्षम होंगे। छात्रों और सुविधाओं की बढ़ती संख्या का प्रबंधन करने के लिए संकाय, प्रशासनिक कर्मचारियों, शोधकर्ताओं और सहायक कर्मियों की भर्ती के माध्यम से प्रत्यक्ष रोजगार उत्पन्न होगा।
उल्लेखनीय है कि ये पांच नए आईआईटी आंध्र प्रदेश (आईआईटी तिरुपति), केरल (आईआईटी पलक्कड़), छत्तीसगढ़ (आईआईटी भिलाई), जम्मू-कश्मीर (आईआईटी जम्मू) और कर्नाटक (आईआईटी धारवाड़) राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में स्थापित किए गए थे। पलक्कड़ और तिरुपति में आईआईटी का शैक्षणिक सत्र 2015-16 में और शेष तीन का 2016-17 में उनके अस्थायी परिसरों से शुरू हुआ था। ये आईआईटी अब अपने स्थायी परिसरों से काम कर रहे हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुशील कुमार