जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय को एनपीटीईएल स्वयं पाठ्यक्रम प्रमाणन में ए ग्रेड मिला

जम्मू 4 फरवरी (हि.स.)। जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय स्वयं-एनपीटीईएल स्थानीय अध्याय को स्वयं एनपीटीईएल द्वारा प्रस्तुत ऑनलाइन पाठ्यक्रमों के हाल ही में घोषित परिणामों में फिर से ए ग्रेड मिला है। इस उपलब्धि के अलावा सत्र जुलाई-दिसंबर 2024 के हाल ही में घोषित परिणामों में 36 छात्रों को स्वर्ण पदक 83 छात्रों को रजत पदक और 219 छात्रों ने एलीट प्रमाणन प्राप्त किया है। इस प्रदर्शन के आधार पर एनपीटीईएल केंद्रीय विश्वविद्यालय जम्मू के स्थानीय अध्याय को यह गौरव प्राप्त हुआ है जिसमें 10 छात्रों को देश भर में शीर्ष 1, 5 छात्रों को शीर्ष 2ः और 12 छात्रों को शीर्ष 5 में स्थान दिया गया है।

नेशनल प्रोग्राम ऑन टेक्नोलॉजी एनहैंस्ड लर्निंग, आईआईटी और आईआईएससी का एक संयुक्त उपक्रम है जिसे भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित किया जाता है और इसे 2003 में लॉन्च किया गया था। स्वयं एनपीटीईएल एक दशक से भी अधिक समय से इंजीनियरिंग, मानविकी और विज्ञान धाराओं में स्व.अध्ययन पाठ्यक्रम प्रदान कर रहा है। स्वयं एनपीटीईएल अपने पाठ्यक्रमों के लिए ऑनलाइन प्रमाणन प्रदान करता है जिसके द्वारा छात्रों को आईआईटी या आईआईएससी बैंगलोर से प्रमाण पत्र प्राप्त करने का अवसर मिलता है।

जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजीव जैन ने इस उपलब्धि को हासिल करने और ए रेटिंग प्राप्त करने के साथ.साथ देश भर के शीर्ष 100 संस्थानों में सूचीबद्ध होने के लिए सभी छात्रों और शिक्षकों को बधाई दी। प्रो. जैन ने आगे कहा कि यह हमारे छात्रों को कक्षा से परे अपने ज्ञान का विस्तार करने के लिए सर्वाेत्तम संसाधन प्रदान करने के हमारे सभी प्रयासों के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन है। उन्होंने इस दिशा में अपने ईमानदार प्रयासों के लिए स्वयं एनपीटीईएल सीयू जम्मू के एसपीओसी डॉ जे एन बलिया की भी सराहना की।

इस उपलब्धि को साझा करते हुए डॉ. जे. एन. बलिया ने बताया कि जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय का स्वयं एनपीटीईएल स्थानीय अध्याय जो 2017 से सक्रिय है ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से एनपीटीईएल प्रौद्योगिकी पाठ्यक्रमों की सुविधा प्रदान कर रहा है। उन्होंने आगे कहा कि स्वयं एनपीटीईएल छात्रों और शिक्षकों को विभिन्न प्रौद्योगिकी और सामाजिक विज्ञान एवं मानविकी विषयों में ऑनलाइन पाठ्यक्रमों के माध्यम से अनुभवी आईआईटी और आईआईएससी बैंगलोर संकाय द्वारा डिजाइन और वितरित कार्यक्रमों के माध्यम से मूल्यवान कौशल हासिल करने में सक्षम बनाता है। डॉ. बलिया को आगामी 1 मार्च 2025 को यह मान्यता प्राप्त करने के लिए आईआईटी कानपुर में एक सम्मान समारोह के लिए आमंत्रित किया गया है।

हिन्दुस्थान समाचार / मोनिका रानी

   

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