चमोली में सड़क निर्माण की मांग को लेकर आमरण अनशन जारी, प्रशासन का दखल

गोपेश्वर, 23 नवम्बर (हि.स.)। चमोली जिले के ज्योतिर्मठ विकास खंड के उर्गम घाटी के ग्रामीणाें का सैंजी लग्गा मैकोट-बैमरू-कलगोठ मोटर मार्ग निर्माण की मांग को लेकर जिला मुख्यालय पर जारी आमरण अनशन थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रशासन द्वारा शुक्रवार रात अनशनकारियाें काे जबरन उठाने के बावजूद, ग्रामीणाें ने हार नहीं मानी है और नए लाेगाें ने शुरू कर दिया है।

गौरतलब है कि सैंजी लग्गा मैकोट-बैमरू-कलगोठ मोटर मार्ग निर्माण की मांग को लेकर 19 नवम्बर से ग्रामीणों की ओर से जिला मुख्यालय पर आमरण किया जा रहा है। शुक्रवार की देर सांय को आमरण अनशनकारी जगदीश सिंह और प्रदीप सिंह के स्वास्थ्य को देखते हुए प्रशासन और पुलिस की ओर से दोनों को जबरन उठा कर अस्पताल में भर्ती कर दिया गया था, जिसके बाद उनके स्थान पर दो अन्य लोगों जिसमें मेहरबान सिंह और रघुनाथ सिंह ने आमरण अनशन शुरू कर दिया। जिसके बाद शनिवार को जब आमरण अनशनकारी जगदीश सिंह को अस्पताल से छुट्टी से दे दी गई तो उन्होंने आमरण अनशन स्थल पर पहुंचकर फिर से आमरण अनशन शुरू कर दिया है।

विकास संघर्ष समिति डुमक के संरक्षक प्रेम सिंह सनवाल का कहना है कि डेढ वर्ष से अधिक समय से ग्रामीण मोटर मार्ग के निर्माण की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं। लेकिन उनकी मांग पर कोई गौर नहीं किया जा रहा है। जिससे आक्रोशित ग्रामीणों ने आमरण अनशन का रास्ता अपनाया। जिला मुख्यालय पर शांतिपूर्वक ढंग से अपना आंदोलन चला रहे ग्रामीणों के आंदोलन को तोड़ने के लिए प्रशासन नये-नये हथकंडे अपना रहा है। और आंदोलनकारियों को जबरन उठाया जा रहा है लेकिन ग्रामीण अब पीछे नहीं हटने वाले हैं और जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती है तब तक आंदोलन जारी रहेगा। संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह का कहना है कि उनका क्षेत्र अभी भी विकास से कोंसो दूर है। ग्रामीण सड़क की मांग कर रहे हैं और पुलिस रात्रि में आकर उनके आंदोलन को तोड़ने का प्रयास कर रही है लेकिन ग्रामीण प्रशासन के मंसूबों को पूरा नहीं होने देगी ओर जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती तब तक आंदोलन जारी रहेगा।

हिन्दुस्थान समाचार / जगदीश पोखरियाल

   

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