नौसेना प्रमुख ने एनसीसी गणतंत्र दिवस कैम्प का दौरा करके कैडेट्स का हौसला बढ़ाया 

- एनसीसी और भारतीय नौसेना के बीच सहयोग को तालमेल और साझेदारी का शानदार उदाहरण बताया

नई दिल्ली, 06 जनवरी (हि.स.)। नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने सोमवार को दिल्ली कैंट में राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) गणतंत्र दिवस शिविर का दौरा किया। उन्होंने एनसीसी कैडेट्स को उच्च भावना और उत्साह के साथ देश के हर कोने में संगठन के सिद्धांतों को ले जाने के लिए प्रोत्साहित किया। नौसेना प्रमुख ने एनसीसी कैडेटों की उनके उच्च मानकों के प्रदर्शन और बेदाग उपस्थिति के लिए सराहना की।

सीएनएस ने एनसीसी के सामुदायिक विकास कार्यक्रमों, जैसे स्वच्छता पखवाड़ा, पौधरोपण अभियान, रक्तदान शिविर, कैंसर जागरुकता कार्यक्रम और पुनीत सागर अभियान जैसी पहलों की भी सराहना की। उन्होंने कैडेटों को स्वामी विवेकानंद के विचार ‘उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए’ को भी दोहराया और कहा कि दुनिया में सबसे युवा आबादी वाले देश के रूप में एनसीसी एक लघु भारत का प्रतिनिधित्व करता है, जो देश को विकसित भारत की ओर ले जाएगा। एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने एनसीसी का सम्मान को बढ़ाने में अनुकरणीय दूरदर्शिता और नेतृत्व का प्रदर्शन करने के लिए महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीरपाल सिंह को बधाई दी।

नौसेना प्रमुख ने कैडेटों को मंत्र दिया कि सफल होने और लक्ष्य प्राप्त करने के लिए व्यक्ति में दृष्टिकोण और योग्यता, आत्म-विश्वास, चरित्र और प्रतिबद्धता तथा आत्म-अनुशासन का मिश्रण होना चाहिए। नौसेना प्रमुख ने एनसीसी और भारतीय नौसेना के बीच सहयोग को तालमेल और साझेदारी का शानदार उदाहरण बताया। उन्होंने बताया कि पिछले साल 200 से ज़्यादा कैडेट्स ने एझिमाला स्थित भारतीय नौसेना अकादमी में प्रशिक्षण लिया। 100 कैडेट्स ने गोवा, कोच्चि और विजाग में नौकायन का प्रशिक्षण लिया। लगभग 250 कैडेट्स ने विजाग और मुंबई में समुद्री प्रशिक्षण लिया। 20 कैडेट्स ने 1 प्रशिक्षण स्क्वाड्रन के नौसेना जहाज पर यात्रा की और ओवर सीज़ डिप्लॉयमेंट (ओएसडी) के हिस्से के रूप में 10 देशों का दौरा किया। 150 कैडेट्स ने मुंबई से विजाग तक आईएनएसवी तरंगिनी पर समुद्री यात्रा की।

नौसेना प्रमुख ने आगे कहा कि भारतीय नौसेना ने आईएनएस शिवाजी, लोनावाला में अखिल भारतीय नौसैनिक शिविर और आईएनएस चिल्का में अखिल भारतीय नौकायन रेगाटा का भी आयोजन किया, जिसके तहत कैडेटों ने वैश्विक अनुभव प्राप्त करने के लिए नौसेना के जहाजों पर ओएसडी के रूप में विभिन्न देशों का दौरा किया। उन्होंने तटीय सुरक्षा अभ्यास ‘सी विजिल’ में बड़ी संख्या में एनसीसी कैडेटों की भागीदारी की प्रशंसा की। अंत में नौसेना प्रमुख ने दिवंगत प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को याद किया और उनकी प्रसिद्ध कविता ‘कदम मिलाकर चलना होगा’ सुनाई। उन्होंने ‘हॉल ऑफ फेम’ का दौरा किया, जहां उन्हें एनसीसी के इतिहास के समृद्ध स्वरूप के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने एनसीसी ऑडिटोरियम में कैडेट्स के ‘सांस्कृतिक कार्यक्रम’ का भी अवलोकन किया।-------------------------

हिन्दुस्थान समाचार / सुनीत निगम

   

सम्बंधित खबर