-पहलगाम आतंकी हमला और सुहास शेट्टी की हत्या के विरोध था बंद
चिक्कमगलुरु, 5 मई (हि.स.)| विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) और बजरंग दल की ओर से सोमवार को बुलाए गए चिक्कमगलुरु बंद का मिलाजुला असर देखने को मिला। पहलगाम में हुए आतंकी हमले और कर्नाटक के मंगलुरु में हिंदू कार्यकर्ता सुहास शेट्टी की हत्या के विरोध में यह बंद आहूत की गयी थी। इस दौरान शहर की अधिकांश दुकानें बंद रहीं। मॉल और होटल भी बंद रहे। एहतियात के तौर पर हिंदू संगठनों के कुछ पदाधिकारियों को हिरासत में ले लिया गया था।
शहर के श्रृंगेरी, कलसा, कोप्पा, एनआरपुर के लोगों ने भी बंद का पूरा समर्थन किया। एमजी रोड, मार्केट रोड, आईजी रोड पर दुकानदारों ने सुबह 10 बजे के बाद भी दुकानें नहीं खोलीं। मुदिगेरी, कूट्टीघेरा, कोप्पा, श्रींगेरी में दुकानें और व्यवसाय संस्थान बंद रहे। हालांकि, लेआउट में छोटी दुकानें खुली रहीं। इसके अलावा सरकारी कार्यालय और कॉलेज खुले रहे। बंद का कादुर, अज्जम्पुरा, और तारिकेरे तालुकों में कोई विशेष प्रभाव देखने को नहीं मिला। बसें और ऑटो सामान्य रूप से चलते रहे। जिला प्रशासन की ओर से बंद के मद्देनजर सुरक्षा विशेष इंतजाम किए गए थे। एहतियात के तौर पर हिंदू संगठनों के कुछ नेताओं को हिरासत में भी ले लिया गया था।
उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की जान चली गयी थी, जबकि कर्नाटक के मंगलुरु में हिंदू कार्यकर्ता सुहास शेट्टी की एक मई को हत्या कर दी गई थी। एक मई की रात सुहास अपनी गाड़ी में अपने पांच दोस्तों के साथ घूम रहा था। तभी एक स्विफ्ट कार और पिकअप ट्रक में सवार पांच-छह हमलावरों ने उसकी गाड़ी को रोका। उन्होंने सुहास को बाहर खींच लिया और उस पर धारदार हथियारों से हमला किया। उसे गंभीर हालत में अस्पताल में ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
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हिन्दुस्थान समाचार / राकेश महादेवप्पा



