बरसों पुरानी दोस्ती का शानदार पुनर्मिलन: जब दिल मिले तो उम्र का फर्क मिट गया

बरसों पुरानी दोस्ती का शानदार पुनर्मिलन: जब दिल मिले तो उम्र का फर्क मिट गया

उदयपुर, 28 जनवरी (हि.स.)।

उम्र के साथ दोस्ती का रंग फीका नहीं पड़ता, बल्कि और गहरा होता है। इसका एक अनूठा उदाहरण हाल ही में उदयपुर में देखने को मिला, जब 53 साल पहले एक साथ कॉलेज और हॉस्टल जीवन जीने वाले 12 मित्रों का शानदार पुनर्मिलन हुआ। एमबी कॉलेज और एमबी मेन हॉस्टल के इन पूर्व विद्यार्थियों ने उदयपुर के खूबसूरत देवेंद्रगढ़ रिसॉर्ट में डेढ़ दिन तक साथ रहकर अपने विद्यार्थी जीवन की सुनहरी यादों को फिर से जिया।

इस अनोखी मुलाकात में जवानी के दिनों के ये साथी, जो अब वरिष्ठ नागरिक बन चुके हैं, एक बार फिर अपने कॉलेज के दिनों में लौट गए। 54 साल बाद भी सभी ने एक-दूसरे को पहली नजर में पहचान लिया, और इस यादगार लम्हे ने सबके चेहरों पर मुस्कान बिखेर दी। इस बार यह मुलाकात खास थी क्योंकि कुंवारे दिनों के ये मित्र इस बार अपनी पत्नियों के साथ पुनर्मिलन में शामिल हुए।

देश के विभिन्न हिस्सों से आए इन मित्रों ने अपनी जीवन यात्रा साझा की और साथ ही कॉलेज व हॉस्टल की पुरानी यादों को ताजा करते हुए दिल खोलकर हंसी-मजाक और मस्ती की। पुरानी तस्वीरों और किस्सों के सहारे सभी ने उन दिनों को फिर से महसूस किया, जब वे एक ही हॉस्टल में दिन-रात साथ बिताया करते थे। कैंप फायर के दौरान गीत-संगीत और नृत्य के माहौल ने इस पुनर्मिलन को और भी जीवंत बना दिया।

इस कार्यक्रम में शामिल होने वालों में कई प्रतिष्ठित हस्तियां रहीं, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में शानदार उपलब्धियां हासिल कीं।

इनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री, राजस्थान के मंत्री, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और कांग्रेस के राष्ट्रीय महामंत्री रह चुके डॉ. सीपी जोशी, उदयपुर और बांसवाड़ा विश्वविद्यालयों के पूर्व कुलपति और इस आयोजन के सूत्रधार इंद्रवर्धन त्रिवेदी, रेमंड्स ग्रुप के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के सदस्य व एक कंपनी समूह के अध्यक्ष शांतिलाल पोखरना, जनसत्ता के राजस्थान और मध्य प्रदेश के पूर्व स्टेट ब्यूरो चीफ और पूर्व सूचना आयुक्त आत्मदीप, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में चार्टर्ड अकाउंटेंट बीएम गुप्ता, दिल्ली और गुरुग्राम में चार्टर्ड अकाउंटेंसी के क्षेत्र में विख्यात राजेश पालीवाल, सोमानी टाइल्स के मालिक सुरेश सोमानी, गुजरात की आयात-निर्यात कंपनी मिनर्वा मार्बल्स के मालिक हरीश नीमा, सागवाड़ा के प्रतिष्ठित ज्वेलर अशोक गोवाडिया शामिल थे।

कार्यक्रम में मिट्टी से कलात्मक वस्तुएं बनाने की कला भी सिखाई गई, जिसने पुराने दोस्तों को न केवल अपनी रचनात्मकता दिखाने का मौका दिया, बल्कि एक-दूसरे के साथ जुड़ाव का नया अहसास भी कराया।

सभी पतियों और पत्नियों ने इस पुनर्मिलन को अपने जीवन का भावुक और अविस्मरणीय क्षण बताया। उन्होंने कहा कि इतने सालों बाद साथ आकर, उन्होंने अपने रिश्तों को नई ऊर्जा दी और दोस्ती के इस अमूल्य बंधन को और मजबूत किया।

इस आयोजन से मिली अपार खुशी और उत्साह ने सभी को प्रेरित किया कि अगला पुनर्मिलन बाली (इंडोनेशिया) की यात्रा के रूप में होगा।

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