इतिहास के पन्नों में 11 दिसंबरः हम लाये हैं तूफ़ान से किश्ती निकाल के, इस देश को रखना मेरे बच्चों संभाल के
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- Dec 10, 2024
अमर रचनाकार कवि प्रदीप ने 11 दिसंबर 1998 को दुनिया को अलविदा कह दिया। नाम से शायद कवि प्रदीप की पूरी पहचान भले न मालूम पड़ती हो लेकिन हरेक भारतीय ने उनके गीतों को कभी न कभी जरूर सुना और पसंद किया होगा- आओ बच्चो तुम्हें दिखाएं झाँकी हिंदुस्तान की। या फिर 1962 के चीनी आक्रमण के परिप्रेक्ष्य में लिखा और सुर कोकिला लता मंगेशकर की आवाज में गाया गया गैर फिल्मी गीत भला किसने नहीं सुना होगा- ऐ मेरे वतन के लोगों, तुम खूब लगा लो नारा। देशभक्ति गीतों के लिए मानक बने कवि प्रदीप के लोकप्रिय गीत थे- हम लाये हैं तूफ़ान से किश्ती निकाल के, इस देश को रखना मेरे बच्चों संभाल के या दूर हटो ऐ दुनिया वालों हिन्दुस्तान हमारा है। देशभक्ति गीतों के साथ कवि प्रदीप ने प्रेम-विरह और जीवन के हर रूप-रंग को गीतों में पिरोया, जिसे आज भी पसंद किया जाता है-चल अकेला चल अकेला चल अकेला, तेरा मेल पीछे छूटा राही चल अकेला या देख तेरे संसार की हालत क्या हो गयी भगवान। 6 फरवरी 1915 को मध्य प्रदेश के उज्जैन में जन्मे कवि प्रदीप का मूल नाम था-रामचंद्र नारायणजी द्विवेदी। स्कूली पढ़ाई मध्य प्रदेश के उज्जैन में हुई और बाद में इलाहाबाद से उन्होंने इण्टरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की। इलाहाबाद रहते लेखन के प्रति उनका रुझान हुआ और यहीं हिंदी के जाने-माने साहित्यकारों के साथ सोहबत मिली। आगे चलकर निराला जी ने उनकी साहित्यिक प्रतिभा पर मुहर लगाते हुए लखनऊ की पत्रिका 'माधुरी' के फ़रवरी, 1938 के अंक में लेख लिखा- आज जितने कवियों का प्रकाश हिन्दी जगत् में फैला हुआ है, उनमें 'प्रदीप' का अत्यंत उज्ज्वल और स्निग्ध है। हिन्दी के हृदय से प्रदीप की दीपक रागिनी कोयल और पपीहे के स्वर को भी परास्त कर चुकी है। इधर 3-4 साल से अनेक कवि सम्मेलन प्रदीप की रचना और रागिनी से उद्भासित हो चुके हैं।
अन्य अहम घटनाएंः
2014- संयुक्त राष्ट्र ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को मंजूरी दी। भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र में इसका प्रस्ताव रखा था।
2007- उत्तर व दक्षिण कोरिया के मध्य 50 वर्ष बाद रेल सेवा पुन: प्रारम्भ।
2003- मेरिदा में पहले भ्रष्टाचार निरोधक समझौते पर 73 देशों ने हस्ताक्षर किये।
2002- स्पेन के नौसैनिकों ने अरब सागर में उत्तर कोरिया के जहाज को पकड़ा, इसमें स्कड मिसाइलें लदी थीं।
1998- 23वें काहिरा अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म समारोह में तमिल फ़िल्म 'टेररिस्ट' सर्वश्रेष्ठ भूमिका के लिए आयशा धारकर को ज्यूरी का सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार प्रदान किया गया।
1997- ग्रीन हाउस देशों के उत्सर्जन में कटौती के लिए विश्व के सभी देश सहमत।
1994- रूस के तत्कालीन राष्ट्रपति बोरिस येल्तसिन ने चेचेन विद्रोहियों पर हमले का आदेश देकर उनके इलाके में सेना भेज दी।
1983- जनरल एच.एम.इरशाद ने खुद को बांग्लादेश का राष्ट्रपति घोषित किया।
1964- संयुक्त राष्ट्र के यूनिसेफ की स्थापना हुई।
1960- बाल विकास में लगी अंतरराष्ट्रीय संस्था यूनिसेफ़ के सम्मान में भी 15 नये पैसे का विशेष डाक टिकट जारी किया गया।
1946- डॉ.राजेन्द्र प्रसाद भारत की संविधान सभा के अध्यक्ष निर्वाचित हुए।
यूरोपीय देश स्पेन को संयुक्त राष्ट्र से निलंबित किया गया।
1941- जर्मनी और इटली ने अमेरिका के खिलाफ युद्ध की घोषणा की थी।
1937- यूरोपीय देश इटली मित्र राष्ट्र संघ से बाहर आया।
1858- बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय और यदुनाथ बोस कलकत्ता विश्वविद्यालय से कला विषय के पहले स्नातक बने।
1845- प्रथम आंग्ल-सिख युद्ध शुरू।
1687- ईस्ट इंडिया कंपनी ने मद्रास (भारत) में नगर निगम बनाया।
जन्म
1980- अनिल कुमार मान- भारत के प्रसिद्ध पहलवान हैं।
1969- ज्योतिर्मयी सिकदर- भारत की प्रसिद्ध महिला धाविकाओं में से एक हैं।
1969- विश्वनाथन आनंद- भारत के दिग्गज शतरंज खिलाड़ी।
1942- आनंद शंकर- भारतीय गीतकार और संगीतकार थे।
1935- प्रणव मुखर्जी- भारत के पूर्व राष्ट्रपति।
1934- सलीम दुर्रानी- भारत के बेहतरीन क्रिकेट ऑलराउंडर खिलाड़ियों में से एक जो अफ़ग़ान मूल के थे।
1931- ओशो रजनीश- आध्यात्मिक गुरु।
1922- दिलीप कुमार- हिन्दी फ़िल्म अभिनेता।
1892- अयोध्यानाथ खोसला- भारतीय राजनीतिज्ञ के साथ-साथ इंजीनियर भी थे।
1882- सुब्रह्मण्यम भारती- महान तमिल कवि।
निधन
2017- सुनीता जैन- हिन्दी और अंग्रेज़ी की आधुनिक कहानीकार और उपन्यासकार थीं।
2012- रवि शंकर- भारत रत्न से सम्मानित प्रसिद्ध सितार वादक।
2004- एम.एस. सुब्बुलक्ष्मी- कर्नाटक संगीत की प्रसिद्ध गायिका एवं अभिनेत्री।
1998- कवि प्रदीप- प्रसिद्ध कवि और गीतकार।
1988- नागेन्द्र सिंह- भारत के भूतपूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त थे।
1983- बिनायक आचार्य- ओडिशा के 9वें मुख्यमंत्री रहे थे।
1967- मेहरचंद महाजन- भारत के सर्वोच्च न्यायालय के तीसरे न्यायाधीश थे।
1949- कृष्णचन्द्र भट्टाचार्य- प्रसिद्ध दार्शनिक,जिन्होंने हिन्दू दर्शन पर अध्ययन किया।
1938- जगत नारायण मुल्ला- अपने समय में उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध वकील और प्रसिद्ध सार्वजनिक कार्यकर्ता।
महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव
अखिल भारतीय हस्तशिल्प सप्ताह (08-14 दिसम्बर)
हवाई सुरक्षा दिवस (सप्ताह)
यूनीसेफ़ दिवस (विश्व बालकोष दिवस)
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हिन्दुस्थान समाचार / संजीव पाश