झज्जर : महिला सशक्तिकरण की मिसाल बनी मातृ शक्ति को मकर संक्रांति पर किया गया सम्मानित

झज्जर, 14 जनवरी (हि.स.)। महिला एवं बाल विकास विभाग ने मंगलवार को मकर संक्रांति के अवसर पर लघु सचिवालय स्थित संवाद भवन में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ विषय पर कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला परिषद चेयरपर्सन कप्तान सिंह बिरधाना ने शिरकत की। महिला सशक्तिकरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में दूसरी व तीसरी बेटी को जन्म देते हुए बेटियों के महत्व को समाज के समक्ष स्थापित करने वाली जिले की 21 माताओं को सम्मानित किया गया।

समारोह में उपस्थित महिलाओं व अन्य लोगों को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए जिला परिषद चेयरपर्सन कप्तान सिंह बिरधाना ने कहा कि बेटियां समाज का अभिन्न हिस्सा हैं। उनकी शिक्षा, सम्मान और अधिकारों की रक्षा करना हम सभी की जिम्मेदारी है। यह कार्यक्रम न केवल बेटियों को सशक्त बनाने का संदेश देता है, बल्कि समाज में उनकी भूमिका को भी रेखांकित करता है। जिला कार्यक्रम अधिकारी उर्मिल सिवाच ने कार्यक्रम के दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चलाई जा रही बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, आपकी बेटी-हमारी बेटी, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना सहित महिलाओं एवं बालिकाओं के लिए चल रही योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। इसके अलावा पीएनडीटी एक्ट के बारे में भी जानकारी दी गई। प्रदेश सरकार द्वारा महिला एवं बाल विकास को लेकर संचालित योजनाओं के माध्यम से महिलाओं और बेटियों के अधिकारों और कल्याण को सुनिश्चित किया जा रहा है।

जिले में दूसरी और तीसरी बेटी को जन्म देने वाली माताओं को मंच से विशेष तौर पर सम्मानित किया गया। उन्हें सम्मान पत्र और प्रतीकात्मक उपहार देकर उनके साहस और समाज में बदलाव लाने की भूमिका को सराहा गया। महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से यह आश्वासन दिया गया कि इस तरह के कार्यक्रम भविष्य में भी आयोजित किए जाएंगे, ताकि समाज में बेटियों के महत्व को और अधिक मजबूती से स्थापित किया जा सके।

हिन्दुस्थान समाचार / शील भारद्वाज

   

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