
देहरादून, 4 मार्च (हि.स.)। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने मंगलवार को उत्तराखंड वार्षिक सत्र 2025 पर ग्रोथ समिट आयोजित की। कार्यक्रम में शामिल श्रम सचिव डॉ पंकज पाण्डे ने उत्तराखंड की आर्थिक स्थिति पर प्रकाश डालते हुए सेवा क्षेत्र को कौशल संवर्धन के लिए एक प्रमुख क्षेत्र बनाने पर जोर दिया। उन्होंने उद्योग-नेतृत्व वाले ऑन-द-जॉब ट्रेनिंग की आवश्यकता पर जोर दिया और उद्योगों से इन-डिमांड स्किल डेवलपमेंट के लिए प्लेटफॉर्म बनाने का आग्रह किया।
उन्होंने उद्योग और सरकार के बीच तालमेल की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि उद्योग और सरकार को कार्यबल के हित में सहयोग करना चाहिए, जिससे उन्हें सार्थक सीखने के अवसर और सही कौशल मिल सकें ताकि वे उद्योग के लिए तैयार हो सकें।
सचिव कौशल विकास सी. रवि शंकर ने उत्तराखंड के कुशल कार्यबल के प्रवास पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि उद्योग-चालित पहलों से कर्मचारी छोड़ने की दर को कम करने में मदद मिलेगी। इस मौके पर उन्होंने टाटा मोटर्स को 23 आईटीआई केंद्रों को समर्थन देने और डुअल सिस्टम ऑफ ट्रेनिंग शुरू करने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने उद्योगों से डीएसटी और राष्ट्रीय अप्रेंटिसशिप योजना पर ध्यान केंद्रित करने का अनुरोध किया। सीआईआई के उत्तराखंड अध्यक्ष और एकम्स ड्रग्स के कार्यकारी निदेशक कनिष्क जैन ने कौशल विकास में उद्योग की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया। समिट में कई वक्ताओं ने अपनी बात रखी।
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हिन्दुस्थान समाचार / Vinod Pokhriyal