रणथम्भौर टाइगर रिजर्व में दिखी दो लेपर्ड के बीच फाइट, पर्यटक रोमांचित

सवाई माधोपुर, 18 जून (हि.स.)। रणथम्भौर टाइगर रिजर्व में जहां आमतौर पर बाघों की फाइट की घटनाएं देखने को मिलती हैं, वहीं बुधवार सुबह एक अनोखा दृश्य देखने को मिला। यहां दो तेंदुओं (लेपर्ड) के बीच लगभग दो मिनट तक जबरदस्त भिड़ंत हुई, जिसे देखकर मौके पर मौजूद श्रद्धालु और पर्यटक रोमांचित हो उठे।

घटना सुबह उस समय हुई जब श्रद्धालु त्रिनेत्र गणेश मंदिर के दर्शन के लिए जा रहे थे। मंदिर मार्ग के पास स्थित पहाड़ी क्षेत्र से उन्हें तेज दहाड़ने की आवाज सुनाई दी। जैसे ही वे आवाज की दिशा में बढ़े तो देखा कि दो वयस्क लेपर्ड आमने-सामने खड़े होकर एक-दूसरे पर जोर-जोर से दहाड़ रहे हैं। कुछ ही क्षणों में दोनों तेंदुओं के बीच संघर्ष शुरू हो गया। लगभग डेढ़ से दो मिनट तक चली इस भिड़ंत में दोनों एक-दूसरे पर पूरी ताकत से हमला करते रहे। आखिरकार दोनों एक-दूसरे से अलग होकर जंगल की ओर चले गए।

इस रोमांचक दृश्य को श्रद्धालुओं और पर्यटकों ने अपने कैमरों में कैद कर लिया। वन विभाग द्वारा दोपहिया वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाए जाने के कारण अधिकांश लोगों ने यह दृश्य देखा और रिकॉर्ड किया।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि यह उनके जीवन का एक अविस्मरणीय क्षण था। रणथम्भौर में बाघों की लड़ाइयां तो अक्सर देखी जाती हैं, लेकिन लेपर्ड के बीच ऐसी भिड़ंत बेहद दुर्लभ मानी जाती है।

गौरतलब है कि रणथम्भौर टाइगर रिजर्व में वर्तमान में करीब 80 बाघ, बाघिन और शावक हैं, जबकि लेपर्ड की संख्या 100 से अधिक है। रिजर्व की आरओपीटी, कुंडेरा, तालड़ा, फलौदी, बालेर और खंडार रेंज में लेपर्ड बड़ी संख्या में पाए जाते हैं। यहां आने वाले पर्यटकों को अक्सर बाघों के साथ-साथ लेपर्ड की दुर्लभ झलक भी देखने को मिलती है।

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हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर

   

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