तुर्की से सेब आयात पर प्रतिबंध लगाए केंद्र सरकार: कांग्रेस प्रवक्ता कुलदीप सिंह राठौर

शिमला, 12 मई (हि.स.)। भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच तुर्की द्वारा पाकिस्तान का खुला समर्थन करना अब राजनैतिक और आर्थिक मोर्चों पर प्रतिक्रियाएं ला रहा है। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और विधायक कुलदीप सिंह राठौर ने केंद्र सरकार से मांग की है कि तुर्की से सेब समेत अन्य वस्तुओं के आयात पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगाया जाए।

शिमला में सोमवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में राठौर ने कहा कि जब तुर्की में 2023 में भयंकर भूकंप आया था, तब भारत सरकार ने ‘ऑपरेशन दोस्त’ के तहत सबसे पहले राहत और बचाव टीमें भेजीं। भारत की ओर से के एनडीआरएफ की टीमें तुर्की पहुंचीं और हर संभव मानवीय सहायता प्रदान की गई। इसके बावजूद, तुर्की द्वारा हाल ही में पाकिस्तान को सैन्य ड्रोन देकर और कूटनीतिक रूप से समर्थन कर भारत विरोधी रुख अपनाना दुर्भाग्यपूर्ण है।

राठौर ने कहा कि ऐसे देश के साथ व्यापारिक रिश्ते रखना देशहित के विपरीत है। उन्होंने कहा कि हर साल भारत तुर्की से करीब 1.3 लाख मीट्रिक टन सेब आयात करता है, जिसकी लागत लगभग 822 करोड़ रुपये होती है। इसके अलावा अफगानिस्तान के रास्ते अवैध रूप से भी तुर्की के सेब देश में आते हैं, जिससे हिमाचल प्रदेश जैसे प्रमुख बागवानी राज्यों के किसानों और बागवानों को भारी नुकसान झेलना पड़ता है।

कांग्रेस प्रवक्ता ने बताया कि भारत और तुर्की के बीच कुल 12 अरब डॉलर का वार्षिक व्यापार होता है, जिसमें खाद्य पदार्थों से लेकर पर्यटन तक कई क्षेत्र शामिल हैं। हर साल भारत से लगभग 3.3 लाख पर्यटक तुर्की जाते हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या ऐसे देश को आर्थिक लाभ देना उचित है, जो भारत की सुरक्षा और कूटनीतिक हितों के विपरीत जाकर पाकिस्तान का समर्थन करता है।

राठौर ने केंद्र सरकार से अपील की कि वह तुर्की के साथ सभी व्यापारिक समझौतों की समीक्षा करे और सेब समेत सभी कृषि उत्पादों के आयात पर पूर्ण प्रतिबंध लगाए। उन्होंने कहा कि हम अपने ही लोगों का नुकसान कर सांप को दूध पिलाने जैसा काम कर रहे हैं।

वहीं, किसान नेता और बागवान हरीश चौहान ने भी राठौर की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि तुर्की से सेब आयात होने से हिमाचल प्रदेश के बागवानों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि अब जबकि तुर्की ने पाकिस्तान का साथ देने का स्पष्ट रुख अपनाया है तो केंद्र सरकार को इस पर कड़ा रुख दिखाना चाहिए और तुर्की से सेब आयात पर तुरंत रोक लगानी चाहिए।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा

   

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