कांग्रेस के प्रदर्शनकारियाें पर पुलिस ने छाेड़े आंसू गैस के गाेले, एक की मौत

'एक देश-एक चुनाव' व स्मार्ट मीटर काे लेकर कांग्रेस ने किया था 'राजभवन चलो' का आह्वानकांग्रेस कार्यकर्ताओं पर आंसू गैस का इस्तेमाल करना मुख्यमंत्री का अहंकार: कांग्रेस

गुवाहाटी, 18 दिसंबर (हि.स.)। कांग्रेस के 'एक देश-एक चुनाव', स्मार्ट मीटर वापस लेने और मणिपुर में शांति बहाल करने की मांग को लेकर हुए प्रदर्शन के दाैरान पुलिस के आंसू गैस की चपेट में आने से और धक्का-मुक्की में एक प्रदर्शनकारी अधिवक्ता की मौत हो गई, जबकि कई अन्य लाेग घायल हुए हैं। पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर कांग्रेस ने सरकार के प्रतिआक्रोश व्यक्त किया है। बुधवार काे कांग्रेस ने भाजपा के 'एक देश एक चुनाव' के साथ असम में स्मार्ट मीटर वापस लेने और मणिपुर में शांति बहाल करने की मांग काे लेकर 'राजभवन चलो' आयोजित किया था। प्रदर्शन के दाैरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तनावपूर्ण स्थिति बन गई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस छोड़ी और हल्का बल प्रयोग किया। पुलिस के साथ प्रदर्शनकारियों की हुई धक्का-मुक्की और आंसू गैस के गोले लगने से अधिवक्ता मृदुल इस्लाम घायल हो गए। घायल मृदुल को गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल (जीएमसीएच) ले जाया गया, लेकिन वहां उनकी मौत हो गई। इस घटना में कई पत्रकार भी घायल हुए हैं। घायलाें को जीएमसीएच में भर्ती कराया गया। मृतक अधिवक्ता मृदुल इस्लाम दक्षिण कामरूप के सोनतली के निवासी थे और वे कांग्रेस लीगल सेल से जुड़े थे। मृदुल की सात और तीन वर्षीय दो पुत्रियां हैं।

घटना के संबंध में असम प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा ने कहा है कि पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर आंसू गैस का इस्तेमाल किया, जिसके चलते लोगों की आंखों से पानी निकलने लगा। यह मुख्यमंत्री का अहंकार है। भूपेन बोरा ने आज की घटना को लेकर सरकार की निंदा की। उन्हाेंने कहा कि इस संबंध में पुलिस में एक प्राथमिकी दर्ज करायी जाएगी।

हिन्दुस्थान समाचार / अरविन्द राय

   

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