गाे प्रतिष्ठा व ध्वज स्थापना आंदोलन पूरे राजस्थान में

जयपुर, 28 सितंबर (हि.स.)। वेद, उपनिषद, पुराणों सहित समस्त धर्मशास्त्रों में गाे की महिमा गाई गई है। गाय को पशु नहीं अपितु माता की प्रतिष्ठा दी गई है। यही सनातनधर्मी हिंदुओं की पवित्र भावना और आस्था है। इसी भावना को लेकर संविधान एवं कानून में गाय को राज्य सूची से हटाकर केन्द्रीय सूची में प्रतिष्ठित कर गाेमाता को राष्ट्रमाता का सम्मान दिलाने, गाे हत्या मुक्त भारत बनाने के लिए चलाए जा रहे गौ प्रतिष्ठा आंदोलन राजस्थान में भी पूरे जोर शोर से चलाया जाएगा। यात्रा की पूर्व तैयारी के लिए शनिवार को जयपुर पहुंचे यात्रा के सह संयोजक गोभक्त विकास पाटनी, अखिलेश ब्रह्मचारी, प्रदेश यात्रा संयोजक बाबूलाल जांगिड़, ताराचंद कोठारी ने संवाददाताओं को बताया कि ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद महाराज के निर्देशन एवं नेतृत्व में 22 सितम्बर से गाे ध्वज स्थापना भारत यात्रा निकाली जा रही है जो कि 26 अक्टूबर तक जारी रहेगी। यात्रा देश के सभी राज्यों की राजधानियों तक जाएगी तथा वहां एक गाे ध्वज की स्थापना की जाएगी। राजधानी जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद महाराज 18 अक्टूबर को गाे ध्वज की स्थापना करेंगे। कार्यक्रम दोपहर 12 से अपराह्न 3 बजे तक होगा। गाे प्रतिष्ठा आंदोलन के संयोजक गोपाल मणि महाराज भी यात्रा की सफलता के लिए शंकराचार्य जी के साथ रहेंगे। प्रत्येक राज्य की राजधानी में विशाल गौ प्रतिष्ठा सम्मेलन होगा। इसका श्रीगणेश अयोध्या से होगा। यात्रा पूर्व, पश्चिम, दक्षिण, उत्तर होते हुए 26 अक्टूबर को देश की राजधानी दिल्ली में पूर्ण होगी।

गाे ध्वज स्थापना भारत यात्रा के बाद नई दिल्ली में गोपाष्टमी पर 7 से 9 नवंबर को तीन दिवसीय राष्ट्रव्यापी गाे प्रतिष्ठा महासम्मेलन होगा। इसमें गाे हत्या के कलंक को मिटा कर गाेमाता को राष्ट्रमाता की प्रतिष्ठा दिलाने पर पूरा जोर दिया जाएगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश

   

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