कश्मीर पर पाकिस्तान की संसद के प्रस्ताव की आलोचना की

कश्मीर पर पाकिस्तान की संसद के प्रस्ताव की आलोचना की


जम्मू, 19 फ़रवरी । वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व मंत्री एम.के. अजातशत्रु सिंह ने भारत से कश्मीर में जनमत संग्रह कराने का आग्रह करने वाले प्रस्ताव को पारित करने के लिए पाकिस्तान की संसद पर तीखा हमला किया और इसे अंतरराष्ट्रीय समुदाय को गुमराह करने का एक हताश और खोखला प्रयास बताया। उन्होंने जोर देकर कहा कि जम्मू और कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और कोई भी बाहरी ताकत इस निर्विवाद वास्तविकता को नहीं बदल सकती।

यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में एम.के. अजातशत्रु सिंह ने पाकिस्तान के कदम की खिल्ली उड़ाते हुए कहा कि यह एक असफल देश की हताशा को उजागर करता है जिसने वैश्विक मंच पर अपनी सारी विश्वसनीयता खो दी है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक अस्थिरता, आर्थिक पतन और बढ़ते वैश्विक अलगाव से त्रस्त पाकिस्तान कश्मीर पर निराधार बयानबाजी करके अपनी विफलताओं से ध्यान हटाने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने पाकिस्तान की नैतिक स्थिति पर सवाल उठाते हुए अल्पसंख्यकों के क्रूर दमन, बलूचिस्तान में जबरन लोगों को गायब करने और आतंकवाद को सक्रिय रूप से प्रायोजित करने की ओर इशारा किया। भारत के आंतरिक मामलों में लगातार हस्तक्षेप करने के लिए पाकिस्तान की आलोचना करते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता ने दुनिया को याद दिलाया कि जम्मू-कश्मीर के लोगों ने पाकिस्तान के नापाक मंसूबों को बार-बार खारिज किया है।

उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र शासित प्रदेश अभूतपूर्व विकास के पथ पर अग्रसर है और अलगाववाद और हिंसा की काली छाया को पीछे छोड़ रहा है। उन्होंने पाकिस्तान को चुनौती दी कि वह पहले पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में जनमत संग्रह कराए, जहां लोग दमनकारी शासन के तहत पीड़ित हैं और उन्हें बुनियादी अधिकार भी नहीं दिए गए हैं। उन्होंने पाकिस्तान से आत्मचिंतन करने और अपने ढहते शासन की जिम्मेदारी लेने का आह्वान किया बजाय इसके कि वह निरर्थक प्रस्तावों पर समय बर्बाद करे जिनका कोई महत्व नहीं है।

   

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