मां विंध्यवासिनी के दरबार में उमड़ा भक्तों का सैलाब

- रविवार को डेढ़ लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किए दर्शन-पूजन

मीरजापुर, 2 फ़रवरी (हि.स.)। रविवार को मां विंध्यवासिनी के दरबार में आस्था का अद्भुत नजारा देखने को मिला, जहां डेढ़ लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने माता के चरणों में शीश नवाया। सुबह मंगला आरती के बाद दर्शन-पूजन का सिलसिला शुरू हुआ, जो देर शाम तक अनवरत चलता रहा।

गंगा स्नान कर आए श्रद्धालुओं ने अखाड़ा घाट, गुदारा घाट, पक्का घाट और दीवान घाट से मां विंध्यवासिनी के मंदिर की ओर रुख किया। हाथों में नारियल, चुनरी, माला, फूल और प्रसाद लिए भक्तों की लंबी कतारें परिक्रमा पथ पर नजर आईं। भक्त अपनी बारी का इंतजार करते हुए मां के दर्शन के लिए उत्सुक दिखे।

दिनभर मंदिर में भक्तों की भीड़ बनी रही। दोपहर राजश्री आरती, संध्या आरती और फिर रात में भव्य आरती के बाद भी श्रद्धालु मां के दर्शन और पूजन में लीन रहे। नई वीआईपी मार्ग से कुछ भक्तों ने गर्भगृह में दर्शन किए, तो वहीं कोतवाली मार्ग से झांकी दर्शन कर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की।

परिक्रमा पथ के छत पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने अपने बच्चों का मुंडन संस्कार कराया। वहीं, मंदिर के गुंबद की परिक्रमा करने के लिए भक्तों का तांता लगा रहा। मंदिर परिसर में साधक भी जगह-जगह बैठकर मां की आराधना में लीन नजर आए।

बसंत पंचमी को लेकर तैयारियां तेज, प्रशासन ने किया निरीक्षण

बसंत पंचमी के अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना को देखते हुए प्रशासनिक तैयारियां जोरों पर हैं। रविवार शाम को कमिश्नर बल कृष्ण त्रिपाठी, आईजी आरपी सिंह, जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन, अपर जिलाधिकारी शिव प्रताप शुक्ला समेत अन्य अधिकारियों ने विंध्याचल धाम का निरीक्षण किया।

अधिकारियों ने पुरानी और नई वीआईपी मार्ग, कोतवाली मार्ग, पक्का घाट, परिक्रमा पथ, रोडवेज और रेलवे स्टेशन का जायजा लिया। कमिश्नर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आने वाले श्रद्धालुओं को दर्शन में किसी प्रकार की परेशानी न हो। वाहन पार्किंग की व्यवस्था दुरुस्त करने और गंगा घाटों व गलियों की सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए।

हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा

   

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