
उदयपुर, 14 मार्च (हि.स.)। होली के दूसरे दिन शुक्रवार को उदयपुर अंचल में महिलाओं ने श्रद्धा और भक्ति के साथ दशामाता व्रत का शुभारंभ किया। सुबह-सुबह महिलाओं ने पारंपरिक रीति-रिवाजों के अनुसार दशामाता की पूजा की और व्रत की कथा का श्रवण किया। इस अवसर पर विभिन्न मोहल्लों के चौक में श्रद्धालु महिलाओं ने एकत्र होकर सामूहिक रूप से पूजा-अर्चना की और मंगलकामनाएँ कीं।
दशामाता व्रत कथा का यह अनुष्ठान पूरे दस दिनों तक चलेगा, जिसमें महिलाएं प्रतिदिन दशामाता की कथा सुनेंगी। मान्यता है कि इस व्रत से परिवार में सुख-समृद्धि आती है और आर्थिक संकट दूर होते हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में दशामाता व्रत की विशेष धूम देखने को मिली, जहां महिलाओं ने पारंपरिक गीत गाए और सामूहिक रूप से पूजा-पाठ किया। व्रती महिलाओं ने पूजा कर सुख-शांति की प्रार्थना की।
गौरतलब है कि दशामाता व्रत का विशेष महत्व होता है और इसे विशेष रूप से महिलाएं परिवार की खुशहाली के लिए करती हैं। इस दौरान वे शुद्ध आचरण और नियमों का पालन करती हैं और व्रत कथा के साथ इसे संपन्न करती हैं।
शुक्रवार को पूजा-अर्चना के बाद महिलाओं ने होली खेली और एक-दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर बधाइयां दीं।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुनीता