मुलायम सिंह यादव के कार्यकाल में मदरसे से बहाल किए गए उर्दू अनुवादकों को हटाने की मांग

—राष्ट्रीय हिन्दू दल संगठन ने राज्यमंत्री डॉ दयाशंकर मिश्र को सौंपा ज्ञापन

वाराणसी,08 जनवरी (हि.स.)। राष्ट्रीय हिन्दू दल संगठन ने सपा के संस्थापक और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रहे मुलायम सिंह यादव (स्मृतिशेष) के कार्यकाल में मदरसे से बहाल किए गए थानों में तैनात उर्दू अनुवादकों को हटाने की मांग की है। संगठन के अध्यक्ष रोशन पाण्डेय के अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने बुधवार को जवाहर नगर स्थित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय कार्यालय में मांगों का ज्ञापन सौंपा।

कार्यालय में जनसुनवाई कर रहे राज्यमंत्री डॉ दयाशंकर मिश्र 'दयालु से भी कार्यकर्ताओं ने अपनी बात रखी। पत्रक सौंपने के बाद रोशन पांडेय ने कहा कि डिजिटल भारत में ऑनलाइन सभी भाषाओं में अनुवाद संभव है तो उर्दू अनुवादकों की क्या जरूरत?। थानों की गोपनीयता के लिए भी ये अनुवादक खतरा है। इसका उदाहरण एटा जिला है। जहां डीएसपी का स्टेनो बने उर्दू अनुवादक हारुन ने लैंड जिहाद किया। रोशन ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस में कार्यरत उर्दू अनुवादकों की वर्तमान स्थिति, उनकी करतूत व चल अचल सम्पत्ति की जांच होनी चाहिए। कार्यकर्ताओं ने कहा कि सपा संस्थापक ने थानों में उर्दू में आए शिकायती पत्र को अनुवाद के लिए मदरसों से उर्दू अनुवादकों की जबरन बहाली कराई थी। जबकि प्रदेश में उर्दू में लिखी जाने वाली तहरीर का प्रतिशत 02 फीसद भी नहीं है। इन अनुवादकों को पुलिस जैसे अति संवेदनशील जगहों पर क्या काम है? । हमारी मांग यह भी है कि हारुन जैसे तमाम उर्दू अनुवादकों को संरक्षण और समर्थन दे रहे प्रदेश के तमाम वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। पत्रक देने में प्रदेश अध्यक्ष बबलू अग्रहरि भी शामिल रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी

   

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