दृष्टि बाधित होने के बावजूद लुई ब्रेल ने नेत्रहीनों को दी पढ़ने-लिखने की शक्ति

कानपुर, 04 जनवरी (हि.स.)। दृष्टि बाधित होने के बावजूद नेत्रहीन लोगों को ब्रेल लिपि के द्वारा शिक्षा ग्रहण करने के लिए सक्षम बनाने वाले लुई ब्रेल को जन्म दिवस पर शनिवार को याद किया गया। इसके साथ ही इस अवसर पर शास्त्री नगर सेंट्रल पार्क में राष्ट्रीय दिव्यांग पार्टी की ओर से दिव्यांगजनों को हो रही समस्याओं के निस्तारण के लिए समस्या समाधान शिविर का भी आयोजन किया गया।

समस्या समाधान शिविर के दौरान राष्ट्रीय दिव्यांग पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेन्द्र कुमार ने बताया कि ब्रेल लुई जब तीन साल की उम्र के थे तब उनकी आंख में जूता सिलने वाला सूजा चुभ गया था जिससे वह नेत्रहीन हो गये थे। सत्तरह साल की उम्र में लुई ब्रेल ने एक अंग्रेज अधिकारी के सहयोग से स्पर्श लिपि का आविष्कार करके सारी दुनिया के नेत्रहीन व्यक्तियों को शिक्षा के लिए प्रेरित किया। जिसकी वजह से ही आज देश व दुनिया के नेत्रहीन उच्च शिक्षा ग्रहण कर ऊंचे पदों पर आसीन हैं।

आगे उन्होंने बताया कि, आज के समस्या समाधान शिविर में ट्राईसाईकिल, व्हील चेयर, बैसाखी, कान की मशीन, व्लाइंड स्टीक, रेलवे रियायती, रेलवे यूनिक कार्ड, यूडीआईडी कार्ड, रोजगार करने के लिए ऋण फार्म भरे गये। साथ ही सभी सरकारी योजनाओं की जानकारी दी गयी।

इस दाैरान जिला अध्यक्ष राहुल कुमार, अल्पना कुमारी, अशोक कुमार, गुड्डी दीक्षित, वैभव दीक्षित, जौहर अली, राहुल विश्वकर्मा, कमलेश कुमार, गोमती वर्मा, अर्जुन कुमार आदि शामिल थे।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / Rohit Kashyap

   

सम्बंधित खबर