अहिल्या प्रसंग की चर्चा सुनकर भक्तगण हुए भाव विभोर

गोरखपुर, 27 दिसंबर (हि.स.)। श्री राम कथा सेवा समिति दिव्य नगर के तत्वाधान में चल रही श्रीराम पार्क में आयोजित नव दिवसीय श्रीमद वाल्मीकि रामायण कथा में अयोध्या धाम से पधारे आचार्य हरेंद्र त्रिपाठी ने अहिल्या प्रसंग की चर्चा की । बताया कि श्री राम ने जब गौतम ऋषि के आश्रम में शीला को देखा तो गुरु विश्वामित्र से पूछा गुरुदेव इस निर्जन वन में शीला कैसे पड़ी हुई है। (पूछा मुनि शिला प्रभु देखि) यहां पर भगवान ने अहिल्या के ऊपर कई प्रकार से कृपा की। पूछा तो वाणी की कृपा, देखा तो नेत्रों की कृपा, विश्वामित्र जी ने पूंछा आप क्यों पूंछ रहे हो आपका लेना-देना।

भगवान ने कहा गुरुदेव हमारा भक्तों से लेना-देना चलता रहता है। गोपियों का चीर चुराया तो द्रोपदी का चीर बढ़ाया। विश्वामित्र जी ने कहा यहां पर किसका हिसाब करना है। श्री राम ने कहा गुरुदेव मेरा एक भक्त हुआ प्रहलाद, उसने मुझे पत्थर से प्रगट कर दिया तो मैं कैसा भगवान जो एक पत्थर से एक भक्त ना प्रगट कर दूं। कथा को आगे बढ़ाते हुए पूज्य आचार्य श्री ने फुलवारी प्रसंग, धनुष खंडन, एवं श्री राम विवाह की कथा अपनी ओजस्वी वाणी में श्रवण करायी की सभी श्रोता कथा की बारंबार महिमा गाने लगे। मुख्य यजमान श्याम सुन्दर तिवारी दिव्यनगर सपरिवार रहे।

कथा का शुभारंभ अखिलेश कुमार ओझा डिविजनल वार्डन प्रखण्ड सिविल लाइन, डिफेंस, गोरखपुर और सुभाष दूबे रेलवे कर्मचारी नेता एवं शिवेंद्र पाण्डेय रेलवे कर्मचारी नेता ने दीप प्रज्वलित कराकर किया।

ठाकुरजी की आरती श्री हास्पिटल के बाल रोग विशेषज्ञ डा. ए. के. सिंह ने किया। इसी तरह 29 दिसंबर को प्रातःश्रीराम कथा सेवा समिति दिव्य नगर गोरखपुर के श्री राम पार्क में रविवार प्रातः 9:00 बजे से 2:00 बजे स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया जायेगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रिंस पाण्डेय

   

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