हिसार : ईश्वर को यदि देखना है तो ईश्वर की बनाई सृष्टि को देखिए : स्वामी सच्चिदानंद
- Admin Admin
- Apr 12, 2025

कांटे राहों में बिछाना बड़ी बात नहीं, फूल राहों में बिछाए तो कोई बात बने..
..
हिसार, 12 अप्रैल (हि.स.)। आर्य समाज के 150वें स्थापना वर्ष के उपलक्ष्य में
आर्य समाज, मॉडल टाऊन में चल रही वेद कथा के दाैरान प्रात:काल किये गये हवन-यज्ञ
में एडवोकेट राज वर्मा, सुधींद्र, कर्मवीर व सुभाष आर्य ने यजमान के रुप में भाग लिया।
यज्ञ के ब्रह्मा आचार्य सूर्यदेव वेदांशु ने शनिवार काे प्रभु की राह पर नियति यह चलने
ही नहीं देती, संभल कर भी मैं गिर जाता संभलने ही नहीं देती.. .. भजन सुना कर श्रोताओं
को मंत्र मुक्त कर दिया। जयपुर से आए स्वामी सच्चिदानंद ने वेद मंत्र की व्याख्या करते
हुए कहा कि ईश्वर को यदि देखना चाहते हो तो ईश्वर की बनी हुई सृष्टि को देखिए। सृष्टि
की एक-एक रचना को देखिए, रचनाकार की अनुभूति होगी। रचनाओं को देखकर के रचनाकार की शक्ति,
सामर्थ के बारे में पता चलेगा। इन आंखों से हम गुणों को देख सकते हैं, गुणी को नहीं।
रचनाओं को देख सकते हैं, रचनाकार को नहीं।
भजनोपदेशिका सुकीर्ति आर्या ने किसी गिरते
को उठाए तो कोई बात बने, किसी रोते को हंसाए तो कोई बात बने, कांटे राहों में बिछाना
बड़ी बात नहीं, फूल राहों में बिछाए तो कोई बात बने... भजन सुना कर श्रोताओं को आनंददित
कर दिया। इस अवसर पर आर्य समाज से जगदीश प्रसाद आर्य, वीरेंद्र आर्य, लालबहादुर खोवाल
एडवोकेट, पवन रावलवासिया, सुभाष आर्य, वेद प्रकाश आर्य, सुरेन्द्र बेरवाल, मदन वासुदेवा,
संजीव भाटिया, अशोक गौतम, अजमेर सिंह, ईश्वर सिंह पूनिया, रामशरण बैनीवाल, सावित्री,
निर्मला, उमा अग्रवाल, कंचन डुडेजा, सुमन बत्रा, साधना मेहता, ललिता शास्त्री, राज
वर्मा आदि भी उपस्थित रहे। आचार्य सूर्यदेव वेदांशु ने बताया कि 13 अप्रैल को कार्यक्रम
के अंतिम दिन प्रात: 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक यज्ञ, वेद कथा एवं समापन होगा। उसके बाद
ऋषिभोज दिया जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर