जयपुर, 27 अक्टूबर (हि.स.)। धनतेरस पर इस बार 100 साल बाद दुर्लभ संयोग बनने जा रहा है। इस दिन त्रिग्रही योग, त्रिपुष्कर योग, इंद्र योग, लक्ष्मी नारायण योग, शश महापुरुष राजयोग सहित कुल पांच शुभ संयोग बन रहे हैं। ऐसे में पूजा और खरीदारी का विशेष लाभ मिलेगा। धनतेरस नाम धन और तेरस शब्दों से आया है जहां धन का अर्थ धन और समृद्धि है और तेरस का अर्थ हिंदू कैलेंडर का 13 वां दिन है। इस दिन भगवान धन्वतरि जो स्वास्थ्य के देवता हैं उनकी पूजा की जाती है। इनकी आराधना से रोग से मुक्ति मिलती है। हालांकि, धनतेरस के दिन कुबेर देव और देवी लक्ष्मी की पूजा करने की भी परंपरा है। ज्योतिषाचार्य पंडित बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि धनतेरस के दिन वृश्चिक राशि में शुक्र और बुध एक साथ विराजमान रहेंगे, ऐसे में लक्ष्मी नारायण योग का निर्माण होगा।
इंद्र योग 28 अक्टूबर को सुबह 6:48 से 29 अक्टूबर को सुबह 07: 48 तक रहेगा। वहीं, त्रिपुष्कर योग 29 अक्टूबर को 06: 31 से सुबह 10: 31 तक रहेगा। इन राशियों पर बरसेगी लक्ष्मी:कर्क राशि :इस दिन बनने वाला योग कर्क राशि के लिए बेहद शुभ माना जाएगा। आपको अप्रत्याशित आर्थिक लाभ प्राप्त हो सकता है। परिवार के सहयोग से आपका कारोबार आगे बढ़ेगा। इस दौरान विलासिता की वस्तुएं भी घर में आएंगी।
तुला राशि:तुला राशि वाले लोग बिजनेस में बड़े सौदे कर सकते हैं, यानी भविष्य में अच्छा मुनाफा संभव है। जमीन-जायदाद से जुड़े मामले सुलझ सकते हैं और कार्यक्षेत्र में नई जिम्मेदारियां सौंपी जा सकती हैं, जिससे मान-सम्मान बढ़ेगा। धनु राशि:धनु राशि वालों के लिए यह आय में भारी वृद्धि का समय होगा। नए स्रोतों से आर्थिक लाभ हो सकता है। इस अवधि में विदेश यात्रा का भी योग बन रहा है। बेरोजगारों को नौकरी के अवसर मिल सकते हैं, विशेषकर सरकारी नौकरियों के लिए यह समय अनुकूल रहेगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश