गुवाहाटी, 15 जनवरी (हि.स.)। भोगली बिहू के उरुका के दिन डिमोरिया के ऐतिहासिक पारशाली झील के किनारे डिमोरिया राजा का राज दरबार लगा। पारशाली झील के किनारे राजघरिया (राजघराना) परिचालन समिति के अध्यक्ष मदन आममी, राज दरबार परिषद के डिमोरिया राजा हलिसिंह रहांग उपस्थित रहे।
राज दरबार के बीच डिमोरिया को लेकर विभिन्न प्रकार का विचार विमर्श किया गय। इस दौरान डिमोरिया के ऐतिहासिक लालीला नृत्य की धुन पर मौजूद लोगों ने जमकर नृत्य किया। इस दौरान राजघरिया परिचालन समिति के सचिव विप्लव सरकार डिमोरिया राजा हलिसिंह रहांग को गमछा पहनकर स्वगात किया। डिमोरिया के वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक देवेन बरुवा को राजा के राज दरबार की ओर से सम्मानित किया गया।
इस दौरान शोधार्थी लोकेंद्र हजारिका, लेखक एवं शिल्पी लखेश्वर डेका, प्रदेश भाजपा कार्यालय के सचिव सुशांत विश्वास, कार्बी बांठे असम के अध्यक्ष मनेश्वर कठार, राजघरिया पंचायत समिति के पूर्व सचिव खड़केश्वर मोर्मे, पूर्व प्रधान शिक्षक नारायण सरकार सहित अन्य कई वरिष्ठ व्यक्ति मौजूद रहे। पारशाली झील के अलावा डिमोरिया के दो अन्य झील जालीखड़ा और बमुनी झील में भी लोगों ने सामूहिक रूप से मछलियां पड़कर भोगाली बिहू मनाया।
हिन्दुस्थान समाचार / असरार अंसारी