मप्र में यूनियन कार्बाइड कचरे का निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन करते हुए किया जा रहा निष्पादन
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- Mar 01, 2025
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इन्दौर, 01 मार्च (हि.स.)। उच्च न्यायालय जबलपुर के पारित आदेश के अनुपालन में यूनियन कॉर्बाइड भोपाल के अपशिष्ठ का ट्रॉयल डिस्पोजल पीथमपुर इण्डस्ट्रीयल वेस्ट मैनेजमेंट प्रोजेक्ट प्रा.लि., औद्योगिक क्षेत्र पीथमपुर के इन्सीनरेटर में 27 फरवरी 2025 को प्रारंभ किया गया, जो शनिवार को जारी रहा। इस जहरीले कचरे का निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन करते निष्पादन किया जा रहा है। यह जानकारी इंदौर संभागायुक्त दीपक सिंह ने दी।
संभागायुक्त सिंह ने बताया कि भोपाल से यूनियन कार्बाइड का अपशिष्ठ 12 सीलबंद कण्टेनर्स में पीथमपुर लाया गया था, जिसमें 05 प्रकार के अपशिष्ठ सेविन रेसिड्यू नेष्थॉल रेसिड्यू, रियेक्टर रेसिड्यू, सेमिप्रोसेस्ड पेस्टीसाइड एवं परिसर की मिट्टी लाई गई है। ट्रॉयल रन के लिए पांचों अपशिष्ठ के एक-एक कण्टेनर 27 फरवरी को जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम पीथमपुर, तहसीलदार पीथमपुर, केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय निदेशक भोपाल, मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी एवं अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में खोले गये तथा अपशिष्ठ को पृथक-पृथक हजारडस वेस्ट स्टोरेज शेड में रखा गया है। पांचों अपशिष्ठ को मिलाकर कुल मात्रा 10 टन जलाई जाएगी।
उन्होंने बताया कि इन्सीनरेटर को 27 फरवरी को रात्रि 10 बजे से डीजल द्वारा प्रारंभ किया गया है, जो लगभग 12 से 14 घण्टे बिना अपशिष्ठ के डाले ही चलाया गया है, ताकि प्रथमिक दहन कक्ष का तापमान 850 डिग्री सेंटीग्रेड एवं द्वितीयक दहन कक्ष का तापमान 1100 डिग्री सेंटीग्रेड से अधिक प्राप्त हो। डीजल से इन्सीनरेटर को चलाये जाने पर लगभग 500 से 600 लीटर/घण्टा डीजल की खपत आई है। निर्धारित तापमान प्राप्त होने पर 28 फरवरी को अपराहन्ह 03 बजे से यूनियन कॉर्बाईड के अपशिष्ठ का दहन प्रारंभ किया गया है। इस अपशिष्ठ की 135 कि.ग्रा./घण्टा की दर से फिडिंग की जा रही है, जिसमें 4.5 किलोग्राम अपशिष्ठ में 4.5 किलोग्राम चूना मिलाकर यानि 09 किलोग्राम के बैग बनाये गये तथा एक घण्टे में 30 बैग इन्सीनरेटर के प्राथमिक दहन कक्ष में डाले जा रहे हैं।
इन्सीनरेटर के संचालन से उत्पन्न होने वाली फ्लू गैस के शोधन के लिए स्थापित व्यवस्थाएं स्प्रे ड्रॉयर, मल्टी सॉयकलॉन, ड्रॉय स्कबर, बैग फिल्टर, वेट स्क्रबर सभी प्रभावी ढंग से संचालित हो रहे हैं। चिमनी से हो रहे उत्सर्जन की लगातार जांच के लिए ऑनलाइन कन्टीन्युअस इमीशन मॉनीटरिंग सिस्टम संचालित है, जिसके द्वारा कॉर्बनमोनो ऑक्साइड, कॉर्बनडाई ऑक्साइड, ऑक्सजीन, हाइड्रोजन फ्लोराइड, हाईड्रोजन क्लोराइड, पर्टिकुलेट मेटर, सल्फरडाई ऑक्साइड, नाइट्रोजन के ऑक्साइड, टोटल आर्गेनिक कॉर्बन की जांच की जा रही है। रिजल्ट म.प्र. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एवं केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सर्वर पर प्राप्त हो रहे हैं, जिनके रिजल्ट्स निर्धारित मात्रा पाये जा रहे हैं।
प्राथमिक दहन कक्ष का तापमान 800 से 900 डिग्री सेन्टीग्रेड के बीच तथा द्वितीयक दहन कक्ष का तापमान 1100 से 1200 डिग्री सेन्टीग्रेड पाया जा रहा है। ऑनलाइन सिस्टम के डाटा इन्सीनरेटर परिसर के बाहर स्थित डिस्प्ले बोर्ड पर भी प्रदर्शित हो रहे हैं। इन्सीनरेटर का संचालन निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन करते हुए किया जा रहा है। प्रमुख सचिव पर्यावरण विभाग डॉ नवनीत कोठारी, संभागायुक्त दीपक सिंह, धार कलेक्टर प्रियंक मिश्रा, सदस्य सचिव म.प्र. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एए मिश्रा द्वारा भी दहन प्रक्रिया का अवलोकन किया गया।
मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी श्रीनिवास द्विवेदी ने बताया कि पीथमपुर में भोपाल की यूनियन कार्बाइड का 10 टन केमिकल वेस्ट जलाने की प्रक्रिया दूसरे दिन भी जारी है। शनिवार दोपहर 3 बजे तक 3240 किलोग्राम कचरा जलाया जा चुका है। इस प्रक्रिया में कचरे के साथ समान मात्रा में यानी 3240 किलोग्राम चूना भी मिलाया गया। फ्लू गैस को साफ करने के लिए 3.6 टन चूना, 1.8 टन एक्टिवेटेड कार्बन और 24 किलोग्राम सल्फर इस्तेमाल किया गया। इसमें करीब 21,000 लीटर डीजल खर्च हो चुका है।
इधर, प्लांट के पास 500 से ज्यादा पुलिस बल तैनात है। रोजाना की तरह बाजार खुले हैं। तारपुरा गांव में भी हालात सामान्य हैं। हालांकि लोगों में दहशत है, लेकिन कोई खुलकर बोलने के लिए तैयार नहीं है। पीथमपुर बचाओ समिति के अध्यक्ष हेमंत हीरोले ने बताया कि कानूनी सलाह लेकर आगामी दिनों में जबलपुर हाई कोर्ट में फिर से पक्ष रखेंगे। कानूनी लड़ाई जारी रहेगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर