हिंडन नदी का होगा पुर्नरूद्धार,जिलाधिकारी ने मांगी अतिक्रमण की जानकारी
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- May 09, 2025

- नालों की हो ऑनलाइन मैपिंग व जलकुम्भी हटाने के लिए बने प्लान:दीपक मीणा
गाजियाबाद, 9 मई (हि.स.)। जिलाधिकारी दीपक मीणा ने शुक्रवार को सम्बंधित विभागों के साथ हिंडन नदी के पुर्नरूद्धार के लिए मत्थापच्ची की। उन्होंने संबंधित विभागों से जहां हिंडन पर किए गए अतिक्रमण की सूची तैयार करने को कहा वहीं नालों की ऑनलाइन मैपिंग और जलकुंम्भी हटाने के लिए प्लान बनाने के निर्देश भी दिए। बैठक में जिलाधिकारी ने 10 दिन के अंदर सभी उद्योगों के एसटीपी की जानकारी भी मांगी है।
विकास भवन के सभागार में आयोजित इस बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने सम्बंधित विभागों को पीपीटी के माध्यम से हिण्डन पुर्नद्धार के लिए उनके कार्य एवं दायित्वों को बताया। जिलाधिकारी ने जलकल विभाग (शहरी) द्वारा बनाये गये एसटीपी एवं नालों के नक्शों को देखते हुये विभागों को निर्देशित किया गया कि नालों की मैपिंग को ऑनलाइन बनाना शुरू करें ताकि उनकी लेयरिंग करते समय प्रत्त्येक डाटा एक जगह पर एकत्रित हो सके। इसके लिए एक बेसिक नेटवर्क तैयार किया जाये जिसमें प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, गाजियाबाद, नगर निगम, गाजियाबाद, सिंचाई विभाग, जी०डी०ए०, समस्त नगर निकाय, अपने डेटा के लेयरिंग को तय कर सके। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को निर्देशित किया गया 10 दिनों के अन्दर औद्योगिक इकाइयों के ईटीपी की समस्त जानकारी उपलब्ध करायी जाना सुनिश्चित करें।
हिण्डन बेसिन में अतिक्रमण को लेकर सम्बन्धित उप जिलाधिकारी व तहसीलदारों को निर्देशित किया गया कि हिण्डन के ऊपर अतिक्रमण की सूची तैयार की जाये और उसे प्रत्येक तीन माह में अपडेट किया जाये। साथ ही किस जगह कितनी नदी दर्ज है। उसकी एक सूची एवं नक्शा सिंचाई विभाग के साथ मिलकर तैयार करें। साथ ही उप जिलाधिकारी, सदर, उप जिलाधिकारी, मोदीनगर को निर्देशित किया गया कि 10 दिनों के अन्दर हिण्डन नदी के बेसिन में जिन जगह पर अतिक्रमण है एवं जिन पर अतिक्रमण नहीं है ऐसे क्षेत्रों को चिन्हिंत करे ताकि विभागों एवं पर्यावरणविदों की टीम द्वारा उस पर सर्वे कर उन पर वृक्षारोपण किया जा सके।
सिंचाई विभाग को निर्देशित किया गया कि हिण्डन में तैर रहे जलकुम्भी एवं अन्य अपशिष्ट को निकालने के लिए प्लान तैयार करें। मुख्य अभियन्ता नगर निगम एनके चौधरी ने जिलाधिकारी के समक्ष छठ घाट पर रिवर फ्रंट डवलपमेन्ट हेतु प्रस्ताव रखा गया जिसे सिंचाई विभाग व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को मानकों के अनुरूप रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा गया। खण्ड विकास अधिकारी, मुरादनगर, लोनी एवं रजापुर को निर्देशित किया गया कि हिण्डन के किनारे स्थित ग्रामों में नालों को चिन्हित करे एवं सुनिश्चित करें कि किसी तरीके का अपशिष्ट हिण्डन नदी में न जाये। जल संरक्षण को लेकर जिलाधिकारी ने कहा कि स्कूलों में भी जल संरक्षण हेतु कार्यकम कराना सुनिश्चित किया जाये।
बैठक में मुख्य रूप से अरूण यादव अपर नगर आयुक्त, मुख्य अभियंता जीडीए मानवेन्द्र सिंह,मुख्य अभियन्ता नगर निगम एनके चौधरी यूपीसीडा, आवास विकास, सिंचाई विभाग, विकास विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारी व एजीओ के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / फरमान अली