डॉ. राम सेवक शर्मा ने एसएमवीडीयू के कुलपति प्रो. प्रगति कुमार को आधार का निर्माण भेंट किया

जम्मू, 27 दिसंबर (हि.स.)। प्रख्यात नौकरशाह और भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के पूर्व अध्यक्ष डॉ. राम सेवक शर्मा ने श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय (एसएमवीडीयू) का दौरा किया और अपनी पुस्तक, द मेकिंग ऑफ आधार: वर्ल्ड्स लार्जेस्ट आइडेंटिटी प्लेटफॉर्म, एसएमवीडीयू के कुलपति प्रो. प्रगति कुमार को भेंट की।

यह पुस्तक दुनिया की सबसे बड़ी बायोमेट्रिक पहचान प्रणाली आधार के निर्माण का विस्तृत विवरण प्रस्तुत करती है जिसने 1.3 बिलियन से अधिक भारतीयों को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया है। डॉ. शर्मा ने आधार के विकास के दौरान सामने आई तकनीकी, प्रशासनिक और नीतिगत चुनौतियों पर प्रकाश डाला जिसमें दिखाया गया कि कैसे इस परियोजना ने पहचान सत्यापन में क्रांति ला दी और भारत में डिजिटल समावेशन को बढ़ावा दिया।

पुस्तक प्राप्त करते समय प्रो. प्रगति कुमार ने डॉ. शर्मा के दूरदर्शी नेतृत्व और आधार की अभूतपूर्व सफलता की सराहना की। उन्होंने कहा आधार न केवल एक तकनीकी मील का पत्थर है बल्कि भारत की अभिनव भावना का भी प्रतिनिधित्व करता है। यह पुस्तक शिक्षाविदों, नीति निर्माताओं और प्रौद्योगिकीविदों को प्रेरित करेगी जो भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक मूल्यवान संसाधन के रूप में काम करेगी। इस यात्रा में डिजिटल पहचान के भविष्य और राष्ट्र निर्माण में इसके महत्व पर एक जीवंत चर्चा शामिल थी।

डॉ. शर्मा ने समावेशी विकास को प्राप्त करने के लिए प्रौद्योगिकी-संचालित शासन की महत्वपूर्ण भूमिका और निरंतर नवाचार की आवश्यकता को रेखांकित किया। प्रौद्योगिकी और सार्वजनिक नीति में अगली पीढ़ी के नेताओं को प्रेरित करने के अपने निरंतर प्रयासों के हिस्से के रूप में एसएमवीडीयू में डॉ. शर्मा की भागीदारी ने ज्ञान-साझाकरण के महत्व पर प्रकाश डाला। विश्वविद्यालय जल्द ही अपने पुस्तकालय में आधार की रचना की प्रतियाँ जोड़ेगा ताकि छात्रों और शोधकर्ताओं को सामाजिक चुनौतियों के लिए स्केलेबल समाधान बनाने के पीछे की जटिल प्रक्रियाओं का पता लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।

हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा

   

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