शिमला में ड्रग की ओवरडोज से हुई थी 24 वर्षीय युवक की मौत, गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज
- Admin Admin
- Mar 04, 2025

शिमला, 04 मार्च (हि.स.)। राजधानी शिमला के ढली थाना क्षेत्र में 24 वर्षीय युवक साहिल की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत का कारण ड्रग की ओवरडोज पाया गया है। पुलिस ने उसका शव 21 फरवरी को एक निर्माणाधीन स्थल से बरामद हुआ था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह पुष्टि हुई है कि साहिल की मौत अत्यधिक मात्रा में मोर्फीन, बेंजोडायजेपीन और टीएचसी (गांजे में पाया जाने वाला एक तत्व) के सेवन से हुई। इस आधार पर शिमला पुलिस ने गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। मृतक युवक मंडी जिला के बलद्वारा का रहने वाला था।
निर्माणाधीन भवन में मिला था शव
पुलिस को 21 फरवरी को सूचना मिली थी कि शिमला के ढली क्षेत्र में एक निर्माणाधीन इमारत में एक युवक का शव पड़ा हुआ है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उसकी पहचान साहिल (24) के रूप में की। प्रारंभिक जांच के दौरान घटनास्थल से एक सिरिंज, एक सुई और एक खाली दवा की शीशी बरामद हुई थी जिससे यह आशंका जताई गई थी कि युवक की मौत नशे के ओवरडोज से हुई होगी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ड्रग की पुष्टि
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) शिमला भेज दिया था। 3 मार्च को शिमला पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट प्राप्त हुई जिसमें पुष्टि हुई कि साहिल की मौत नशे की अत्यधिक मात्रा के कारण हुई थी।
रिपोर्ट के अनुसार साहिल के शरीर में मोर्फीन, बेंजोडायजेपीन और टीएचसी जैसे नशीले पदार्थों की मौजूदगी पाई गई। मेडिकल ऑफिसर ने अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट किया कि अत्यधिक मात्रा में इन नशीले पदार्थों के सेवन से साहिल को रेस्पिरेटरी डिप्रेशन (सांस लेने में कठिनाई) और कार्डियक एरिदमिया (अनियमित हृदयगति) हुई जिसके चलते उसकी मृत्यु हो गई। हालांकि इस मामले में अभी केमिकल रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है जिससे और विस्तृत जानकारी प्राप्त हो सकेगी।
गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने साहिल की मौत को गंभीरता से लेते हुए मामला दर्ज कर लिया है। भारतीय न्याय संहिता की धारा 105 (गैर इरादतन हत्या) के तहत ढली थाने में केस दर्ज किया गया है। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि साहिल ने ये नशीले पदार्थ स्वयं लिए थे या उसे किसी ने जबरदस्ती दिए थे।
जांच जारी, पुलिस कर रही है तस्करों की तलाश
साहिल की मौत के मामले में शिमला पुलिस यह भी जांच कर रही है कि उसे ये नशीले पदार्थ कहां से मिले थे। क्या वह पहले से ही नशे की गिरफ्त में था या फिर हाल ही में किसी नए गिरोह का शिकार बना था?
पुलिस उन लोगों से भी पूछताछ कर रही है जो उसके संपर्क में थे। इसके अलावा यह भी जांच की जा रही है कि क्या इस मामले में कोई ड्रग सप्लायर शामिल था।
शिमला में बढ़ता नशे का जाल
साहिल की मौत ने एक बार फिर शिमला में बढ़ते नशे के खतरे को उजागर कर दिया है। हिमाचल प्रदेश में पिछले कुछ वर्षों में नशे का चलन तेजी से बढ़ा है खासकर युवाओं के बीच। पुलिस और प्रशासन की सख्ती के बावजूद नशीले पदार्थों की अवैध आपूर्ति लगातार जारी है।
शिमला समेत राज्य के अन्य हिस्सों में कई बार ड्रग माफिया के खिलाफ अभियान चलाए गए हैं लेकिन इसके बावजूद नशे के सौदागर सक्रिय हैं। जानकारी के मुताबिक हिमाचल में बाहरी राज्यों से नशीले पदार्थों की तस्करी होती है जो यहां के युवाओं को अपनी गिरफ्त में ले रही है। शिमला पुलिस ने नशे के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए पिछले कुछ महीनों में बड़े गिरोहों का पर्दाफाश किया है और इनके सरगनाओं समेत बड़े पैमाने पर तस्करों को गिरफ्तार किया है। इनमें शाही महात्मा, रंजन, राधे और संदीप शाह जैसे गिरोह शामिल हैं। संदीप शाह गिरोह ऑनलाईन तरीके से युवाओं में नशे की सप्लाई कर रहा था। इस गिरोह में संलिप्त शिमला के एक तहसील कल्याण अधिकारी और महिला वकील को भी पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। इस गिरोह का सरगना पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से एयरलिफ्ट कर शिमला लाया गया था।
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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा